Vande Bharat Express: पटना से रांची के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत ट्रेन का इंतजार खत्म हो गया है. छह घंटे में रांची तक की दूरी तय करने वाली इस ट्रेन का 12 जून सोमवार को ट्रायल किया गया. इसके तहत वंदे भारत ट्रेन पटना जंक्शन से सुबह 6:55 बजे खुली और 8:20 बजे गया पहुंचेगी. यहां से यह ट्रेन 8:30 बजे खुलेगी और दोपहर एक बजे रांची पहुंचेगी. वापसी में पटना के लिए यह ट्रेन रांची से दोपहर 2:20 बजे खुल कर शाम 7.00 बजे गया पहुंचेगी और यहां से 7:10 बजे खुल कर रात 8:25 बजे पटना पहुंचेगी. ट्रेन का ठहराव जहानाबाद, गया, कोडरमा, बरकाकाना, हजारीबाग, मेसरा सहित कुल छह स्टेशनों में दिया गया है. ट्रायल रन के लिए शनिवार की देर शाम तक रेल कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गयी.
बताया जा रहा है कि इस ट्रेन की समय सारिणी को लेकर उच्च स्तरीय अधिकारियों की बैठक हो चुकी है. ट्रायल के साथ-साथ नयी समय सारणी की घोषणा भी कर दी जायेगी. सूत्रों की मानें, तो ट्रायल टीम में लगे कर्मचारियों की रविवार को भी औपचारिक बैठक हुई, जिसमें समय सारिणी के साथ-साथ ट्रायल पर चर्चा की गयी.
रविवार को भी रेलवे इंजीनियरिंग विभाग की टीम पटना, जहानाबाद, गया रेलवे स्टेशन, कोडरमा तक रेल पटरियों को दुरुस्त करने में जुटी रही, ताकि ट्रेन का ट्रायल पूरी तरह से सफल हो सके. जिन रेल कर्मियों को ट्रेनिंग दी गयी है, उनमें लोको पायलट, गार्ड, टीटीइ, कोच अटेंडेंट समेत दूसरे रेलकर्मी शामिल हैं. ट्रेनिंग का उद्देश्य ट्रेन परिचालन में यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाना है. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि ट्रेन का ट्रायल 12 जून को कर लिया जायेगा. इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है.
पूमरे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि वंदे भारत का यह ट्रायल रन नियमित परिचालन के पूर्व संरक्षा जांच आदि के लिए पूर्णतया परिचालनिक/प्रायोगिक उद्देश्य से किया जायेगा. 12 जून को पटना और रांची के मध्य प्रस्तावित वंदे भारत के ट्रायल रन के दौरान ट्रेन में आम यात्रियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. ट्रायल रन के दौरान इस ट्रेन का परिचालन तीव्र गति से किया जायेगा. इसलिए रेल प्रशासन द्वारा यह अपील की जाती है कि आम लोग रेलवे ट्रैक से उचित दूरी बनाकर रखें. साथ ही मवेशियों को भी रेलवे ट्रैक से दूर रखें.
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ऑटोमेटिक स्लाइट डोर हैं. ऑटोमेटिक फुट रेस्ट भी है, जो स्टेशन पर बाहर निकलता है.
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पैसेंजर्स की सुविधा के लिए हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट्स भी दिये गये हैं
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पैसेंजर्स के एंटरटेनमेंट का भी पूरा ध्यान रखा गया है. 32 इंच का टीवी स्क्रीन भी है
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पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए फायर सेंसर, जीपीएस और कैमरे भी लगाये गये हैं
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कवच नाम का सेफ्टी फीचर भी लगा है, जो इसे किसी दूसरे ट्रेन की टक्कर से बचाता है
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दिव्यांग का पूरा ध्यान रखते हुए सीट हैंडल्स पर ब्रेल लिपि में भी सीट नंबर लिखा है
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52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ती है ट्रेन