प्रह्लाद कुमार/पटना. पशुओं को पानी पिलाने के लिए सुदूर गांवों में लगाये गये सोलर सिस्टम में से करीब दो दर्जन चोरी हो गये हैं. इसकी जानकारी मिलने के बाद लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचइडी) ने 24 जिलों में जांच शुरू कर दी है. पीएचइडी ने कार्यपालक अभियंता और पशु संसाधन विभाग ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को जांच का जिम्मा दिया है. पशुओं के लिए कैटल ट्रफ (सोलर सिस्टम समेत) बनाने में करीब ढाई लाख रुपये का खर्च आया था.
सोलर सिस्टम के गायब या चोरी हो जाने का पता तब चला, जब पीएचइडी मंत्री रामप्रीत पासवान हाल ही में कैमूर और रोहतास जिले के दौरे पर गये थे. उन्हें क्षेत्र भ्रमण के दौरान जानकारी दी गयी कि कैटल ट्रफ में पानी नहीं रहने से पशुओं को गर्मी के इस मौसम में दिक्कत हो रही है. इस पर जब उन्होंने तहकीकात की, तो पता चला कि कुछ जगहों पर तो यह तकनीकी खराबी से काम नहीं कर रहा है, जबकि कुछ जगहों पर सोलर सिस्टम ही गायब है. इसके पहले पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने भी पीएचइडी को सूचना दी थी कि 18 जिलों में कैटल ट्रफ (नाद के समान) में पानी नहीं है.
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अब पीएचइडी ने सभी संबंधित जिलों में सोलर सिस्टम चोरी करने वाले गिरोहों की पहचान का निर्देश दिया है. उन्हें कहा गया है कि वह एक सप्ताह के भीतर सभी का निरीक्षण करें और रिपोर्ट जमा करें, जिसमें इस बात की पुष्टि की जाये कि सभी ट्रफ बेहतर ढंग से काम कर रहे हैं. साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिये हैं. जिला पशुपालन पदाधिकारी और कार्यपालक अभियंता पीएचइडी हर कैटल ट्रफ का एक साथ मिलकर निरीक्षण करेंगे.
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पीएचइडी ने करीब दो साल पहले वैसे जिलों में कैटल ट्रफ का निर्माण कराया गया था, जहां भू-जल का स्तर गर्मी के दिनों में नीचे चला जाता है. ऐसे करीब 2200 कैटल ट्रफ बनाये गये थे. यहां सोलर सिस्टम के जरिये बोरिंग से एक नाद में पशुओं के लिए साफ पानी रखा जाता है.