बिहार मे गर्मी के कहर से जहां लोग परेशान हैं. वहीं, 21 जिलों में तेजी से जल स्तर में गिरावट दर्ज हो रही है. पीएचइडी की रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च तक अधिकतर जिलों में पानी का लेवल 2021 की तुलना में घटा है, लेकिन कुछ जिलों में एक फुट तक पानी का स्तर नीचे चला गया है.
दूसरी ओर, कई जिले ऐसे है, जहां पानी का स्तर 2021 की तुलना में कुछ ही इंच कम है. वरना उनका लेवल एक बराबर हो जायेंगे. इस रिपोर्ट के बाद विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पानी की दिक्कत आने से पहले ही तैयारी पूरी कर लें और उन इलाकों की निगरानी बढ़ा दें, जहां पानी का स्तर मार्च में ही गिर गया है. विभाग का मानना है कि अगर इसी तरह से गर्मी रही, तो अप्रैल अंत तक जल स्तर में और जगहों पर भी गिरावट हो सकती है.
राज्य सरकार लोगों के घरों तक शुद्ध नल का जल पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोग पानी की बर्बादी करने से नहीं चूक रहे हैं. पूर्व में हर घर नल के जल से जुड़े लाभुकों को दिनभर में नियम से आठ घंटे पानी दिया जाता था, जिसे घटाने के बाद छह घंटे कर दिया गया है, लेकिन विभाग को मिली सूचना के मुताबिक सभी ग्रामीण इलाकों में पानी की बर्बादी हो रही है. ऐसे में इसको लेकर भी निगरानी बढ़ायी गयी है.
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