पटना. प्रदेश भर में भारी बारिश आज भी होगी. ठनके का अलर्ट अब भी है. आइएमडी के मुताबिक गुरुवार तक पूरे बिहार में मॉनसूनी बारिश सामान्य से छह फीसदी अधिक 172 मिलीमीटर हो चुकी है. गुरुवार को पूरे प्रदेश में औसतन 35 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. इस हफ्ते मॉनसून की सक्रियता बनी रहेगी. चौबीस घंटे विशेषकर बुधवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात को बेगूसराय के साहेबपुर कमाल में 141 मिमी, घराहरा में 141, पटना में 126.5, पूर्वी चंपारण के लालबाग घाट में 120, बक्सर के सिमरी में 117, प चंपारण के त्रिबेनी में 114, सारण के परसा में 98, बक्सर में 90, पटना के श्रीपालपुर में 87, वैशाली में 84, मुजफ्फरपुर के सरैया में 84 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है.
बुधवार की सुबह व देर रात में हुई बारिश से जेपी गंगा पथ का फुटपाथ धंस गया. दीघा रोटरी के पास गंगा नदी वाले साइड में पानी के कारण मिट्टी नीचे से बह गयी. फुटपाथ के धंसने पर निर्माण करने वाली कंपनी की ओर से उस हिस्से को जेसीबी से खोद कर कारण ढूंढ़ा गया. मिट्टी के अंदर पानी कहां जा रहा है, इसकी पड़ताल की गयी. सड़क को किसी प्रकार की क्षति नहीं हो, इसके लिए साइड वाले हिस्से में गिट्टी, सीमेंट मिला मैटेरियल डाल कर लीगेज को बंद कर दिया गया. बीएसआरडीसी के सूत्र ने बताया कि सड़क को किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है. नयी मिट्टी भर कर फुटपाथ तैयार हुआ है. मिट्टी जमने के बाद यह समस्या दूर हो जायेगी.
शुक्रवार की सुबह तीन बजे से हुई झमाझम बारिश से शहर में जलजमाव की स्थिति हुई है. कई जगहों पर मुख्य सड़कों, मुख्य इलाके समेत कई मुहल्लों में पानी भरा हुआ है. गुरुवार की सुबह लगभग डेढ़ घंटे तक 89 एमएम बारिश के बाद पुरंदरपुर इलाके की सड़कों पर पानी भर गया. इस इलाके में नाला ध्वस्त होने के कारण पानी निकासी में आयी बाधा के कारण लोगों को परेशानी होती रही. गया रेललाइन रोड में पुल का एप्रोच रोड बनने के दौरान पुराना नाले के ध्वस्त होने से लेबर कोर्ट वाले रास्ते में पानी जमा है.
करीब आठ घंटे के बाद इस क्षेत्र में पानी निकाला जा सका. इसके अलावा रामदास पथ, पत्थर गली, रघुनाथ गली, सोखीलाल गली सहित आसपास इलाके में पानी जमा होने से लोगों को कठिनाई हुई. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले बॉक्स नाला था. पुल का एप्रोच रोड बनने से नाला ध्वस्त होने पर नया नाला बन रहा है. इससे अभी पानी की निकासी नहीं होने के कारण सारा पानी सड़कों पर बह रहा है. इलाके की लगभग छह हजार आबादी प्रभावित हो रही है.