पटना जंक्शन के पास ऑटो चालकों का हड़ताल दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा. सुबह 10 बजे के बाद से जंक्शन से विभिन्न रूटों की ओर चलने वाले ऑटो पर यूनियन की ओर से रोक लगा दी गयी.
ऑटो हड़ताल से पटना जंक्शन से पटना सिटी, कंकड़बाग, अगमकुआं, बैरिया बस स्टैंड के अलावा गांधी मैदान, अशोक राजपथ, बोरिंग रोड के रूटों पर ऑटो नहीं चले और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
बिहार राज्य ऑटो रिक्शा टेंपो चालक संघ के महासचिव राजकुमार झा समेत तमाम संघ के सदस्य शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से मिले. उन्होंने बताया कि उन्हें आश्वासन मिला कि जल्द ही समस्या का निदान होगा.
बिहार राज्य ऑटो रिक्शा टेंपो चालक संघ की ओर से टाटा पार्क ऑटो स्टैंड को जबरन हटाने के विरोध में पांच सितंबर को ऑटो रिक्शा और फुटपाथ दुकानों के साथ संयुक्त हड़ताल का एलान किया है. शनिवार को जमाल रोड स्थित भारतीय ट्रेड यूनियन कार्यालय में बैठक में राज कुमार झा ने निगम के जबरन ऑटो स्टैंड हटाने का विरोध करते हुए कहा कि यात्रियों को होने वाली परेशानियों से जिम्मेदारों को कोई पेरशानी नहीं हो रही है. बताया कि पांच सितंबर को ऑटो चालक के समर्थन में पटना में ऑटो रिक्शा और फुटपाथ दुकानदारों ने दुकान बंद रखने का निर्णय लिया है. चार सितंबर को जुलूस निकाल कर सीएम के समक्ष माग पत्र सौंपेंगे.
शाम चार बजे तक यात्री परेशान होते रहे. दोपहर में जंक्शन के बाहर, हनुमान मंदिर, बुद्धा स्मृति पार्क आदि जगहों पर घंटों खड़े होकर यात्रियों ने ऑटो करते रहे. हड़ताल से बुजुर्गों और महिलाएं पैदल चलने पर मजबूर रहीं. हड़ताल की वजह से शहर में चलने वाली बसों में अधिक भीड़ रही.
हड़ताल का फायदा उठाकर कई ऑटो चालकों ने यात्रियों से मनमाना किराया वसूल किया. हड़ताल के दौरान जंक्शन से बैरिया बस स्टैंड के लिए एक यात्री से 100 रुपये किराया वसूला जा रहा था.
पटना सिटी में हड़ताली ऑटो चालकों ने सुदर्शन पथ व पुरानी बाइपास रोड में ऑटो व इ-रिक्शा के परिचालन को रोकने के लिए उतर आये. इस दौरान यात्रियों की तीखी झड़प भी हुई. उधर हड़ताल की वजह से बुजुर्ग व बच्चे और महिलाएं भी धूप में परेशान रहे.