गंगा-कोसी व उसकी सहायक नदियों में बेतहाशा पानी बढ़ने के कारण कोसी-सीमांचल व अंग क्षेत्र में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने लगा है. मुंगेर, लखीसराय व भागलपुर के शहरी क्षेत्र सहित कटिहार व पूर्णिया के नये इलाकों में पानी घुसने लगा है.
कई जगहों पर सड़क टूट जाने के कारण आवागमन बाधित है. लोग मचान पर रहने को विवश हैं. भागलपुर के सबौर में बांध टूट जाने के बाद पलायन तेज हो गया है. लखीसराय व मुंगेर में भी विकट परिस्थिति है.
भागलपुर के सबौर व नाथनगर में विकट परिस्थिति है. लोग सुरक्षित जगहों की ओर निकल रहे हैं. बाढ़ पीड़ित शहर में शरण लिये हुए हैं. डीएम सहित अन्य वरीय अधिकारियों ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और कई निर्देश दिये.
भागलपुर के फरका पंचायत में मंगलवार को बांध टूटने से घोषपुर फरका व इंग्लिश गांव में पानी प्रवेश कर गया है. सबसे बुरा हाल फरका गांव का है. लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है.
भागलपुर के घोषपुर गांव में भी दर्जनों मकान में पानी प्रवेश कर गया है, गांव के आरपार पानी होने से एन एच 80 पर पानी का भारी दबाव है. जिनके घरों में पानी घुस चुका है वह ऊंचे स्थानों पर शरण लिये हुए हैं
सबौर क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है और बाढ़ पीड़ितों की सुधि लेने वाला कोई मसीहा अब तक मदद को आगे नहीं आया है. बाढ़ पीड़ितों का दर्द है कि वह खुले आसमान के नीचे बिना कोई सुविधा के दिन काट रहे हैं और गंगा मैया से वापस होने की गुहार लगा रहे हैं.
बाढ़ पीड़ित बताते हैं कि पांच दिन पूर्व घर में पानी समा गया है. पेड़ की छांव में रात-दिन काट रहे हैं. मवेशी के भोजन की चिंता है. जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
टीएमबीयू के लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी कैंपस स्थित पीजी गर्ल्स हॉस्टल कैंपस में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. कई छात्राएं घर चली गयी हैं.
बाढ़ से बने विपरीत हालात के बीच भी बच्चियां स्कूल जाना बंद नहीं की हैं. एक तस्वीर सामने आयी जहां पानी के करंट में भी बच्चियां उतरकर स्कूल जा रही हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan