चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ विपिन रावत का हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. इस हेलिकॉप्टर में विपिन रावत के साथ उनकी पत्नी और कुल 14 लोग सवार थे. सीडीएस जनरल रावत वेलिंगटन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज’ (डीएससी) जा रहे थे तभी हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
वायुसेना ने आशंका जतायी है कि दुर्घटना कोहरे की स्थिति के कारण कम विजिबिलिटी होने की वजह से हो सकती है. वायुसेना ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं. हेलिकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंगटन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एम. एम. नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे. टीवी फुटेज में दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग की लपटें उठती दिखीं.
एमआई 17 वी 5 (MI 17 v 5) विमान को काफी सुरक्षित समझा जाता है. यही वजह है कि सीडीएस बिपिन रावत इसमें सफर कर रहे थे. यह विमान भारत ने रूस से खरीदा था. हादसा बहुत खतरनाक था और हादसे के बाद जब मलबा गिरा तो आसपास के पेड़-पौधों में भी आग लगी गयी.
तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच में यह हादसा हुआ. दुर्घटनास्थल से मिले शव को कुनूर के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया है. हेलिकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी. हेलीकॉप्टर में सवार सभी घायल लोगों को दुर्घटनास्थल से निकाल लिया गया है और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है.
हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत के अलावा उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा और हवलदार सतपाल सवार थे.
भारतीय सेना में चार दशक तक कई पदों पर काम कर चुके जनरल बिपिन रावत काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन के एक्सपर्ट थे. उनके नेतृत्व में ही पाकिस्तान के आतंकवादी शिविरों को ध्वस्त करने के लिए भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी.