कोयल नदी में अर्घ्य के समय का इंतजार करतीं छठ व्रती. रविवार की शाम को छठव्रती समय से पहले नदी पहुंच गयी थीं. वे नदी में उतरकर सूर्य की आराधना कर रही थीं.
कोयल नदी के तट पर टाउन हॉल घाट के पास भी काफी संख्या में छठव्रती पहुंचे और अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया.
पलामू के मेदिनीनगर में अर्घ्य देने के बाद भगवान भास्कर को प्रणाम करतीं छठव्रती.
कोयल नदी के तट पर अग्रसेन भवन के पास घाट में पलामू के प्रसिद्ध भजन गायक राम किशोर पांडेय और श्याम किशोर पांडेय बंधुओं ने भजन संध्या में कई भक्तिगीत प्रस्तुत कर कोयल तट को भक्तिमय बना दिया.
पलामू चेंबर ऑफ कॉमर्स के द्वारा व मेदिनीनगर नगर निगम की पूर्व मेयर अरुणा शंकर की ओर से पहली बार छठ के मौके पर कोयल नदी तट पर गंगा आरती का आयोजन किया गया. बनारस से पधारे पंडितों ने गंगा आरती की. गंगा आरती देखने के लिए काफी संख्या में लोग मौजूद रहे.
कोयल नदी के तट पर बनारस से आए पंडितों के द्वारा गंगा आरती की गयी. इसे बड़ी संख्या में लोगों ने देखा. इसकी भव्यता देखते ही बन रही थी.
गंगा आरती के साथ-साथ कोयल नदी के किनारे खड़े भक्त गंगा आरती में शामिल हुए.
छठ को लेकर कुछ कोयल रिवर फ्रंट को सजाया गया था. छठ व्रतियों के साथ आए लोगों ने शानदार लाइटिंग व सजावट का आनंद लिया और तस्वीरें लीं.
पलामू के मेदिनीनगर के सूर्य मंदिर घाट पर छठव्रतियों ने अर्घ्य दिया.
मेदिनीनगर में कोयल नदी का किनारा बड़ा होने के कारण कई मोहल्ले के लोग एक साथ सूर्य की उपासना करते हैं.