सरायकेला, प्रताप मिश्रा/शचिंद्र कुमार दाश : खतियानी जोहार यात्रा का पांचवा पड़ाव सोमवार को (30 जनवरी, 2023) सरायकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम पहुंचा. जोहार यात्रा में शामिल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति विधेयक राज्यपाल रमेश बैस द्वारा सरकार को वापस करने के मामले में सीएम ने कहा कि यह कोई नयी बात नहीं है. राज्यपाल के माध्यम से बीजेपी झारखंड सरकार को परेशान कर रही है. कहा कि यह दिल्ली या अंडमान निकोबार नही है, यह झारखंड है. यहां सरकार जो चाहेगी, वही लागू होगा. कहा कि विधेयक कानून संगत नहीं है. यह अजीब बात है. साढ़े तीन करोड़ लोग सरकार बनाए हैं. वह बोका नही है. विधेयक को असंवैधानिक बोलते हैं. कहते हैं कि ऐसा नहीं लाना चाहिए जिसमें विवाद हो. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या आदिवासी-मूलवासी को नौकरी देना गलत है. कहा कि लड़ाई शुरू हुई है. हम हर जंग जीते हैं. आगे भी जीतेंगे.
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिला के सुदूरवर्ती गांव के पारा शिक्षक बाहरी है. इन्हें नौकरी चाहिए. आदिवासी-मूलवासी को नहीं चाहिए क्या. यहां के लोगों को नौकरी में आरक्षण मिलना चहिए. जब अलग राज्य बनाया मजबूर हो कर बनाया,राज्य छीन कर बनाया अधिकार भी छीन कर लेंगे. कहा साढ़े आठ लाख आवास के लिए पैसे मांगे, तो केंद्र सरकार ने पैसे नहीं दिए. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि पैसा नहीं देना क्या संवैधानिक है.
उन्होंने कहा कि सरकार बनाया तो पैसा नहीं था. कागज पत्र पलटा तो 1.36 लाख हजार करोड़ खनन कंपनियों पर बकाया है. कहा कि केंद्र से पैसे की मांग की गयी, तो केंद्र सरकार ने नहीं भेजा. आज थर्ड और फोर्थ ग्रेड के लिए भीख मांग रहे हैं. 40 साल लग गया राज्य बनाने में और 20 साल आदिवासी-मूलवासी को सत्ता हासिल करने में लगा. बाकी समय गुजरात और दिल्ली के लोगों ने राज्य को चलाया.
सीएम श्री सोरेन ने कहा कि पिछले 20 साल से राज्य में विकास नहीं हो रहा था. डबल इंजन की सरकार कहने वाली सरकार सिर्फ अपने फायदे में लगी थी. इस कारण राज्य का विकास रूक गया था. लेकिन, जब से यूपीए सरकार यहां आयी है, तब से विकास कार्य ने रफ्तार पकड़ी है. कहा कि पहले सरकारी कर्मचारी, आंगनबाड़ी सेविका को हक नहीं मिल रहा था. हक मांगने पर लाठी-डंडा मिलता था. सहायक शिक्षक की समस्या का भी समाधान किया गया है. गांव- गांव शिविर लगाकर अधिकारी समस्या का समाधान कर रहे हैं. दिव्यांग और वृद्धों को पेंशन मिल रहा है. गांव में 60 वर्ष होते ही पेंशन मिलेगा. बुजुर्गों को पेंशन के लिए कानून बना है. कहा कि झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य है. लेकिन कोई इसे कमजोर नहीं समझे. यह राज्य आंदोलन की उपज है.
आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि 1932 खतियान आधारित ही झारखंड की पहचान होगी. इस दौरान उन्होंने एक नारा दिया कि जो 1932 की बात करेगा वही गांव में प्रवेश करेगा. अलग राज्य के निर्माण के लिए सरायकेला- खरसावां के कई वीरों ने अपनी शहादत दी. पूर्वजों ने अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार नहीं किया था. सीएनटी एवं एसपीटी एक्ट बना. अंग्रेजों को तीर के नोंक से जवाब दिया था. कहा कि शिबू सोरेन के नेतृत्व में आंदोलन हुआ. इसके बाद झारखंड अगल राज्य बना. कहा कि यहां के आदिवासियों ने अपने संघर्ष से झारखंड को अलग राज्य दिलाया. अब 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति भी संघर्ष से लागू कराएंगे. कहा हि शिबू सोरेन ने झारखंड बनाया है. अब हेमंत सोरेन इससे संवारने का काम कर रहे हैं. खतियान चाहिए, तो संघर्ष करना ही होगा. उन्होंने बीजेपी पर भी जमकर प्रहार किया. कहा कि राज्य में 20 साल तक शासन किया, लेकिन राज्य में विकास नहीं के बराबर किया.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बीजेपी पर जमकर प्रहार किया. कहा कि बीजेपी की चाल को जनता समझ चुकी है. झारखंड शहीदों की भूमि है. सीधे-साधे सरल लोग हैं. कहा कि कैबिनेट की बैठक होती है, तो पेट में दर्द होता है कि नया क्या निर्णय लेने वाले हैं. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन की तारीफ करते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में राज्य आगे बढ़ रहा है.
श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति विधेयक को राज्यपाल ने वापस कर दिये हैं. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के लोग नहीं चाहते कि राज्य में विकास हो. यही कारण है कि बीजेपी हमेशा हेमंत सरकार को अस्थिर करने में लगी है. इसके बावजूद वर्तमान सरकार मजबूत है. गिरने वाली नहीं है. उन्होंने बढ़ती महंगाई का ठिकरा बीजेपी पर फोड़ा. श्रम मंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों तक विकास अब पहुंच रहा है. इससे बीजेपी को परेशानी हो रही है. कहा कि अभी तो झांकी है, दो साल बाकी है. राज्य के सभी उपचुनाव जीते हैं. आगे रामगढ़ उपचुनाव भी जीतेंगे. इस मौके पर ईचागढ़ विधायक सविता महतो, खरसावां विधायक दशरथ गगराई, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव समेत अन्य ने संबोधित किया.