बचपन से ही कवि बनना चाहते थे तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम शैलेश लोढ़ा, जानें उनके जीवन से जुड़ी खास बातें
सब टीवी का पॉपुलर शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा के पुराने तारक मेहता उर्फ शैलेश लोढ़ा ने भले ही शो को अलविदा कह दिया हो, लेकिन फैंस आज भी उन्हें मिस करते हैं. ऐसा आज हम शैलेश की लाइफ से जुड़ी कुछ ऐसी बातें आपको बताएंगे, जो शायद ही आप जानते होंगे.
तारक मेहता का उल्टा चश्मा बीते 14 सालों से दर्शकों को एंटरटेन करता आ रहा है. शो के हर किरदार की सोशल मीडिया पर तगड़ी फैन-फॉलोइंग है. सीरियल में पुराने तारक मेहता उर्फ शैलेश लोढ़ा की कमी आज भी दर्शकों को महसूस होती है. आज हम उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य बताएंगे.
शैलेश लोढ़ा काफी टैलेंटेड हैं, एक्टर के साथ-साथ वह एक फेमस कवि भी है. उनका जन्म 8 नवंबर 1969 को हुआ था और उनका पालन-पोषण जोधपुर में हुआ. वह एक मारवाड़ी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन एक बार एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि वे आधे जैन हैं.
शैलेश लोढ़ा वह बचपन से ही लेखक और कवि बनना चाहते थे. जब वह केवल नौ वर्ष के थे, तब उन्हें “बाल कवि” का उपनाम भी दिया गया था. उन्हें इसकी प्रेरणा अपनी मां से मिली, जो साहित्य-प्रेमी व्यक्ति थीं.
पढ़ाई खत्म करने के बाद, शैलेश एक ऑफिस में काम किया करते थे, हालांकि उन्हें ये लाइफ पसंद नहीं आया और उन्होंने नौकरी छोड़ दी. शैलेश ने अपने करियर की शुरुआत कॉमेडी सर्कस 2 से की थी, जहां वह एक प्रतियोगी के रूप में दिखाई दिए.
शैलेश लोढ़ा ने चार किताबें लिखी हैं. उनकी पत्नी स्वाति लोढ़ा भी एक लेखक और डॉक्टरेट हैं. रील लाइफ की वजह से रियल लाइफ में भी फैंस सोचते थे कि उनकी पत्नी नेहा मेहता ही है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है.
शैलेश लोढ़ा तारक मेहता का उल्टा चश्मा में काम करने के लिए एक एपिसोड के लिए करीब 1 लाख रुपये चार्ज करते थे. उनकी कुल संपत्ति 35 से 40 करोड़ रुपये बताई जाती है.