सीएम हेमंत सोरेन दो दिवसीय संताल परगना के दौरे पर साहिबगंज पहुंचे. अपने विधानसभा क्षेत्र बरहेट में आयोजित जनता दरबार में उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया. इस मौके पर 271 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. वहीं, 15618 लाख की 155 योजनाओं का शिलान्यास एवं 1092 लाख की 58 योजनाओं का उद्घाटन किया.
लोगों को संबोधित करने से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने वीर पुरुखों की क्रांतिकारी भूमि भोगनाडीह समेत अमर वीर शहीदों को नमन किया. इसके बाद जनता दरबार में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंडी अस्मिता की रक्षा के लिए आपने हमें अपना आशीर्वाद दिया था. उसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए आपकी झारखंडी सरकार अनवरत कार्य कर रही है.
सुखाड़ मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह चिंतनीय है कि इस वर्ष फिर से राज्य के जनमानस को सुखाड़ का सामना करना पड़ेगा. यहां सबसे अधिक लोग खेती-बाड़ी पर निर्भर रहते हैं. जब सुखाड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होती है, तो हमारे लोगों के लिए यह स्थिति भयावह हो जाती है. कहा कि आप चिंता न करें, आपकी सरकार आपके लिए कार्य कर रही है.
सीएम ने कहा कि सुखाड़ की स्थिति में हम कहीं भी किसी भी समय लोगों के बीच में आकर उनकी वास्तविक स्थिति जानने का प्रयास करेंगे. ऐसे में पदाधिकारी इस परिस्थिति से निबटने के लिए किसान और ग्रामीणों की मदद के लिए कार्य योजना बनाकर किसानों तक पहुंचाने का कार्य जल्द करें.
उन्होंने कहा कि रांची से लेकर संताल परगना तक आने के दौरान मैंने धान की खेती को देखा, लेकिन धान की खेती नजर नहीं आयी. अधिकतर खेतों में घास-फूस नजर आये, लेकिन आपलोगों को मैं आश्वस्त करना चाहता हूं. आप चिंता न करें. आपके हर सुख-दुःख का हिस्सा बनकर आपकी सरकार खड़ी रहेगी.
सीएम ने पदाधिकारियों से कहा कि जितनी भी योजनाएं हैं वह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बनाए जा रहे हैं. आप ग्रामीणों को सहयोग करने का काम करें, ताकि वे अपने आय का स्रोत बढ़ाने में कामयाब हो सके. इसलिए इन्हें विशेष रूप से मदद करने का काम करें.
उन्होंने कहा कि साहिबगंज में मॉडल स्कूल बन रहा है. ये स्कूल साधारण स्कूल नहीं होंगे. निजी स्कूल से भी बेहतर स्कूल होगा. जहां हमारे ग्रामीण बच्चे निःशुल्क पढ़ाई करेंगे. कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में विशेष जोर दे रही है. खासकर बच्चों की पढ़ाई पर विशेष फोकस किया जा रहा है.