PHOTOS: पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो में शहीद हुए दो जवान को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए दो जवान को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि दी. बता दें नक्सलियों द्वारा अचानक किये गये हमले में झारखंड जगुआर के दो जवान शहीद हो गये थे.
पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए दो जवान को राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
Jharkhand News: पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो में सुरक्षा बलों और नक्सली के बीच हुए मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान शहीद हो गये. दोनों जवानों का पार्थिव शरीर रांची पहुंचा. यहां राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री समेत डीजपी व अन्य अधिकारियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया. बता दें कि पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के पुलिस सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम कुमार शहीद हुए.
सीएम ने शहीद जवान को शत-शत नमन किया
माननीय राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीदों के शोक संतप्त परिजनों/आश्रितों से मिलकर उनको ढाढ़स बंधाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के आश्रितों /परिजनों के साथ सरकार सदैव साथ रहेगी.दो जवान के शहीद होने पर गहरा दु:ख व्यक्त किया. उन्होंने दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की इस विकट घड़ी को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना ईश्वर से की. साथ ही उन्होंने अमर वीर शहीदों के अदम्य साहस और वीरता को शत-शत नमन किया.
उग्रवादी हताशा में ऐसी घटनाओं को दे रहे अंजाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरअसल राज्य में उग्रवादी घटनाएं अब अंतिम सांसें गिन रही है. उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस को लगातार कई बड़ी सफलताएं मिल रही है. ऐसे में हताशा में उग्रवादियों द्वारा पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश हो रही है. दो वीर जवानों की शहादत कहीं ना कहीं उग्रवादियों के हताशा में किए गए हमले का ही परिणाम है. दो जवानों का शहीद होना हमारे लिए बहुत ही दुखद है, लेकिन उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस का अभियान और शक्ति के साथ लगातार जारी रहेगा. कहा कि झारखंड जगुआर से संबंधित कुछ समस्याएं संज्ञान में आयी है और इसका जल्द निराकरण होगा.
नक्सलियों ने अचानक किया हमला
नक्सल प्रभावित कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र अंतर्गत तुम्बाहाका सीआरपीएफ-सात बटालियन की ई-कंपनी के जवानों पर बड़ा नक्सली हमला हुआ. घटना सोमवार की शाम करीब सात बजे की है. डीआईजी अजय लिंडा एवं पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने नक्सली हमले की पुष्टि की थी. सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले सुरक्षाबलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें नक्सलियों को नुकसान उठाना पड़ा था. सुरक्षाबलों ने विस्फोटक सहित भारी मात्रा में सामान बरामद किया था. इसके बाद से नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी. इसी योजना के तहत नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है. बताया गया कि नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों पर उस समय हमला किया, जब वे लोग भोजन बनाने की तैयारी कर रहे थे. इसी बीच नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. अचानक हुए हमले से सुरक्षाबल भी संभलते हुए नक्सलियों पर अंधाधुंध फायरिंग किया, लेकिन इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गये.
नक्सलियों ने एंबुस कर किया फायरिंग
सूत्रों के मुताबिक, नक्सल प्रभावित तुम्बाहाका में सीआरपीएफ का नया कैंप बना है. इसी कैंप से कुछ दूरी पर झारखंड जगुआर का भी कैंप है. सीआरपीएफ व झारखंड जगुआर के जवान एक कैंप से दूसरे कैंप में खाना भेज रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों ने जंगल के रास्ते एम्बुस कर झारखंड जगुआर के जवानों पर फायर कर दिया था.
शहीद जवान अमित का पांच दिन पहले हुआ था बेटे का जन्म
शहीद जवान अमित तिवारी मूल रूप से मेदनीनगर (डाल्टनगंज) के तोलरा गांव का निवासी था. उनकी एक बेटी और पांच दिन पहले ही बेटे का जन्म हुआ. बेटे के जन्म के बाद वे छुट्टी की अर्जी लगाए थे. 15 अगस्त के बाद उनको छुट्टी मिलनी थी. लेकिन, 14अगस्त की रात घटी घटना के बाद तोलरा गांव में मातम पसरा गया. घटना की खबर उनके बहनोई सनतन तिवारी को जैसे ही मिली वे सबसे पहले रांची पहुंचे. सनतन तिवारी वर्तमान में बहरागोड़ा के थाना प्रभारी हैं. इधर, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार और पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह समेत कई वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को नमन किया.