रंग-बिरंगी रोशनी के बीच शहर की खूबसूरती देखते ही बन रही है. आकर्षक लाइटिंग की गयी है. इनमें देसी व चाइनीज लाइट का उपयोग किया गया है. कहीं चाइनीज मोमबत्ती जल रही है, तो कहीं चाइनीज दीया. लाल, पीला, हरा, ब्लू सभी प्रकार की लाइट लगायी गयी है. इधर, बाजार में रंग-बिरंगे बल्ब भी बिक रहे हैं. कई लोगों ने घर के बाहर हस्तनिर्मित और बाजार से खरीद कर कैंडल लगायी है, जो खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं. खासकर, शहर की बड़ी इमारतें लाइट से जगमगा रही हैं.
दीपावली को लेकर हर घर में आकर्षक रंगोली बनायी गयी है. रविवार को महिलाएं दिन भर रंगोली के निर्माण में व्यस्त रहीं. कई लोगों ने रंगोली के स्टिकर को लेकर घर में चिपकाया है. बाजार में रंग-बिरंगी छोटी-बड़ी सभी साइज की रंगोली बिक रही है. इसके अलावा साज-सज्जा की सामग्री से घरों को सजाया गया है. इसमें कृत्रिम फूल, झालर आदि शामिल हैं. दीया की थाली की आकर्षक सजावट भी की गयी.
ऐसी मान्यता है कि जैसे बिना गणेश के लक्ष्मी की पूजा अधूरी है, वैसे ही लड्डू के बिना गणेश प्रसन्न नहीं होते. लिहाजा, दीपावली के दिन यहां लड्डू बेचने की तैयारी मिठाई दुकानदारों ने पूरी कर ली है. पसंद का ख्याल रखते हुए दर्जनभर लड्डू की वेराइटी दुकानों में मौजूद है. चास-बोकारो की मिठाई दुकानों में तैयारी को रविवार को अंतिम रूप दिया गया. सिटी सेंटर सेक्टर 4, श्रीराम मंदिर मार्केट, चेक पोस्ट चास, बाइ पास सहित अन्य स्थानों के मिठाई दुकानदारों को अच्छी बिक्री होने की संभावना है.
Also Read: Jharkhand Weather Forecast: दिवाली पर झारखंड में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज, क्या है पूर्वानुमानदीपावली पर विशेष रूप से लड्डू की बिक्री होती है. मिठाई दुकानदारों ने खास तैयारी की है. आधा दर्जन से अधिक प्रकार का लड्डू बनेगा. इनमें साधारण लड्डू, घी लड्डू, बेसन लड्डू, मूंग लड्डू, गोंद लड्डू, नारियल लड्डू, मेवा लड्डू, गोंद लड्डू आदि शामिल हैं. काजू बरफी, अमृत पेड़ा, रस कदम, चंद्रकला, काजू अंजीर, पिस्ता रोल, काजू गुझिया, शाही बरफी, बादाम बरफी, पंजाब बरफी, कलाकंद, गुलाब जामुन, रस भोग, काजू तरबूज, खीर कदम, बालू शाही, लौंगलता की भी बिक्री होगी. चास-बोकारो के मिठाई दुकानदारों ने कहा कि लोग मिठाई का स्वाद बेहिचक उठायें. मिलावट की दूर-दूर तक आशंका नहीं है. ऐसी घटनाएं दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े महानगरों में ही हो सकती है. वहां दूध की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाती है. बोकारो में पग-पग पर खटाल है, जिससे दूध की कमी नहीं होती है. मिठाई बनाने में दूध की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसलिए यहां मिलावट की आशंका नहीं है.
बोकारोवासियों को दीपावली में मिठाई का स्वाद चखने के लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ेगी. कारण है रॉ मेटेरियल की कीमत में इजाफा. चीनी की कीमत में लगभग तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. घी, चना दाल की कीमत भी बढ़ी है. लेबर चार्ज भी बढ़ गया है. रविवार को दुकानदारों ने बताया कि सभी तरह की मिठाई की कीमत में 40 से 60 रुपये प्रतिकिलो की वृद्धि हुई है. यह वृद्धि दिन-ब-दिन बढ़ती महंगाई के कारण है. उधर, ड्राई फूड व गिफ्ट पैक चॉकलेट की डिमांड भी बढ़ गयी है. इसकी बिक्री इन दिनों खूब हो रही है.
रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो