Happy Diwali 2022: धनतेरस, दिवाली व छठ से लौटी बाजारों की रौनक, बंपर खरीदारी से कारोबारियों के खिले चेहरे
Diwali 2022: पलामू जिले के मेदिनीनगर में पिछले कई दिनों से सुस्त पड़े बाजार को धनतेरस, दिवाली और छठ ने गति दी है. शनिवार शाम धनतेरस से ही बिक्री में तेजी आयी है. पर्व को लेकर बाजार की रौनक लौट आयी है. धनतेरस, दिवाली और छठ को लेकर बाजार गुलजार है. अच्छी बिक्री से दुकानदारों के चेहरे पर उत्साह है.
धनतेरस के मौके पर जेवर व श्रृंगार दुकानों में भी भीड़ देखी गयी. जहां दो पहिया और चार पहिया वाहन खूब बिके, वहीं तीन पहिया ऑटो, टोटो की भी बिक्री हुई. ट्रैक्टर की भी बिक्री हुई. नए कपड़े, घर सजाने की दुकान व रंग-पेंट की दुकानों में भी खरीदारी हुई. मोबाइल दुकानों में युवाओं की खूब भीड़ रही. फाइव जी एंड्रॉयड मोबाइल सबसे अधिक बिकी.
डॉली डिजिटल प्वाइंट के मंजय कुमार ने बताया कि निजी बैंकों तथा मोबाइल कंपनियों द्वारा सस्ती दर पर ईएमआई उपलब्ध कराने से मोबाइल की बिक्री बढ़ी है. उनके अनुसार मेदिनीनगर बाजार में दो लाख पैंतीस हजार तक के मोबाइल की बिक्री हुई है. दिवाली में पूजा के लिए लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा भी बाजार में खूब बिकी.
मूर्ति व पूजन सामग्री विक्रेता राजकुमार विक्की की मानें तो इस बार दिवाली में 51 रुपये से लेकर 5100 रुपये तक लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बिकीं. इसके अलावा मिट्टी के खिलौने व अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति की भी बिक्री हुई. लोगों ने मिट्टी के दिए, घर कुंडा सजाने का सामान भी खरीदा.
धनतेरस, दिवाली व छठ को लेकर बाजार में खरीदारी करने वालो को परेशानी न हो, इसके लिए पुलिस मुख्य सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाकर बाजार में वाहनों के आने-जाने पर रोक लगायी है. बावजूद इसके कुछ लोग बैरिकेडिंग खोल के या छोटी गलियों से होकर बाइक लेकर बाजार में पहुंच जा रहे हैं. इस वजह से रह-रह कर बाजार में जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है.
दिवाली में 51 रुपये से लेकर 5100 रुपये तक लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बिकीं. इसके अलावा मिट्टी के खिलौने व अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति की भी बिक्री हुई.
शहर ट्रैफिक प्रभारी रामजीत सिंह ने नेतृत्व में रविवार को पुलिस बल के जवानों ने बाइक लेकर बाजार में चलने वालों पर सख्ती दिखाई. कुछ लोगों को समझाया गया तो कुछ की गाड़ियों की हवा खोल दी गयी. पुलिस के समझाने पर कुछ लोग उनसे उलझ भी गए. ऐसे लोगों की पुलिस ने पिटाई भी की.
रिपोर्ट : सैकत चटर्जी, मेदिनीनगर, पलामू