इस घास से दोस्ती करेंगे तो फायदे में रहेंगे, जानिए वजह
नेचर ने हमें कई नायाब तोहफे दिए हैं. जिनकी गिनती करना मुश्किल है. कई चीजें तो आंखों के सामने रहती हैं लेकिन हम गौर नहीं करते. ऐसी ही घास है एलुसीन इंडिका (Eleusine indica) जिसे गूज ग्रास (goose grass) भी कहते हैं यह कई औषधीय गुणों से भरा है.
यह घास आपने घर के आंगन में या अगल- बगल कितनी जगहों पर उगी हुई देखी होगी. कई लोग इसे उखाड़कर फेंक देते हैं बहुत कम लोग जानते हैं कि यह साधारण सी घास में कितने मेडिशिनल बेनेफिट्स छिपे हैं.
गूज़ ग्रास में सूजनरोधी, एंटीऑक्सीडेंट, मधुमेह रोधी, एलर्जी रोधी गुण होते हैं. कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए यह नेचुरल रेमिडी के रूप में सहायक होता है.
मधुमेह रोधी गुणों के कारण, इस घास की चाय का नियमित सेवन मधुमेह के प्रबंधन में सहायता कर सकता है
अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण इसमें शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने की क्षमता होती है
गूज घास का मूत्रवर्धक गुण इसे शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाने और मूत्र के माध्यम से अतिरिक्त नमक को खत्म करने में मदद करता है जिससे यह गुर्दे की बीमारियों के प्रबंधन में सहायक होता है
.गूज घास में रेचक गुण होते हैं जो शरीर में परजीवियों से लड़ सकते हैं, जिससे यह ऐसे संक्रमणों के खिलाफ उपचार में मददगार साबित हो सकता है
ओवेरियन सिस्ट और फाइब्रॉएड : गूज घास महिला प्रजनन प्रणाली की बीमारियों, जैसे ओवेरियन सिस्ट और फाइब्रॉएड के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकती है.
निमोनिया गूज घास की चाय निमोनिया के खिलाफ एक शक्तिशाली उपाय है.
उच्च रक्तचाप गूज घास की उबली हुई पत्तियों का उपयोग उच्च रक्तचाप के इलाज में किया जा सकता है.
बुखार : गूज घास की पकी हुई जड़ों का सेवन करने से बुखार को कम करने में मदद मिलती है.
लिगामेंट मोच : इस घास की कुचली हुई पत्तियों को प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से मोच से राहत मिल सकती है.
रक्तस्राव और घाव प्रभावित क्षेत्रों पर गूज घास के लेप को लगाने से घाव से ब्लीडिंग को प्रभावी ढंग से रोका जा सकता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.