Israel Hamas War : इजराइल और हमास के बीच जंग 13वें दिन भी जारी है. इस बीच आपको बता दें कि गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हमले में पांच सौ लोगों की मौत से दुनिया स्तब्ध है. इसको लेकर इजराइल-हमास ने एक-दूसरे पर आरोप लगाये हैं. इजराइली सेना ने दावा किया है कि हमास के लिए काम करने वाले फिलीस्तीनी आतंकी समूह ‘इस्लामिक जिहाद’ इस हमले के लिए जिम्मेवार है. इस समूह द्वारा इजराइल की ओर दागे गये रॉकेट गलत दिशा में मुड़े और अस्पताल पर जा गिरे. सेना के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा कि रडार ने विस्फोट के समय दागे गये रॉकेट का पता लगाया है.
वहीं, इजराइली रक्षा बल ने ड्रोन फुटेज जारी कर बताया कि विस्फोट अस्पताल के पार्किंग स्थल में हुआ है. इसमें इस्तेमाल हथियार इजराइल के नहीं हैं. रक्षा बल ने एक ‘साउंडट्रैक’ भी जारी किया, जिसमें आतंकियों के बीच हुई बातचीत के अंश है. इसमें आतंकी गलत दिशा में रॉकेट दागे जाने के बारे में बात कर रहे हैं. बल ने दावा किया कि यह आवाज ‘इस्लामिक जिहाद’ के सदस्यों के हैं. यह एक छोटा, लेकिन अत्यंत कट्टर आतंकी संगठन है, जो हमास की मदद करता है. वहीं, हमास ने विस्फोट को नरसंहार करार देते हुए कहा कि यह इस्राइली हमले के कारण हुआ है.
अमेरिका ने कहा कि मौजूदा खुफिया आकलन से पता चला है कि गाजा के अस्पताल में हुए विस्फोट के लिए इजराइल जिम्मेदार नहीं है. तेल अवीव पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि मैंने जो देखा है, उसके आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि यह काम दूसरी टीम ने किया है. बाइडेन ने कहा कि वह इस विस्फोट से बहुत दुखी हैं. हमास सभी फिलीस्तीनियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है. इस दौरान नेतन्याहू ने कहा कि इस हमले को लेकर दुनिया का गुस्सा सही है, लेकिन यह आतंकियों के खिलाफ होनी चाहिए.
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर किया वीटो : अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव को वीटो कर दिया, जिसमें इजराइल पर हसास के हमलों, नागरिकों के खिलाफ हिंसा की निंदा करने और गाजा में फिलीस्तीनियों को मानवीय मदद पहुंचाने का आग्रह किया गया था.
दृश्य देख कांप जाती है रूह, अधिकांश शव बच्चों के : अल-अहली अस्पताल में हुए विस्फोट के बाद चारों ओर क्षत-विक्षत शव बिखरे दिख रहे हैं. इनमें अधिकांश शव बच्चों के हैं. वहीं, अस्पताल में घायल लोगों के इलाज करने में भी परेशानी हो रही है. दवाओं की कमी के कारण ‘एनेस्थीसिया’ के बिना अस्पताल के फर्श पर घायलों की सर्जरी करनी पड़ रही है. दरअसल, इस क्षेत्र में इस्राइल की बमबारी की वजह से अस्पताल के आसपास बड़ी संख्या में लोगों ने शरण ले रखी थी. इनमें से अधिकांश मारे गये.
मिस्र के रास्ते गाजा पहुंचेगी मानवीय सहायता: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इजराइल, मिस्र के रास्ते गाजा में मानवीय सहायता जाने देने की अनुमति देगा, बशर्ते ये यह जरूरतमंदों तक पहुंचे न कि हमास के आतंकियों तक. उन्होंने युद्धग्रस्त गाजा व वेस्ट बैंक के लिए 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मानवीय सहायता की भी घोषणा की. कहा कि उन्होंने इस्राइल की कैबिनेट से बात की है कि गाजा में जीवन रक्षक मानवीय सहायता की आपूर्ति के लिए सहमति जतायी जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा के अस्पताल पर हमले में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया है. कहा कि संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर चिंता का विषय है. इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है.
भाषा इनपुट के साथ