मिस्र और गाजा के बीच की सीमा शनिवार को खोल दी गई जिसके बाद इजराइली घेराबंदी वाले क्षेत्र में भोजन, दवा और पानी की कमी से जूझ रहे फिलिस्तीनियों के लिए सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
गाजा जाने के लिए 200 से अधिक ट्रक लगभग 3,000 टन सहायता सामग्री लिए कई दिनों से सीमा पर खड़े थे. एसोसिएटेड प्रेस(एपी) के एक संवाददाता ने इन ट्रकों को अंदर फलस्तीन में प्रवेश करते देखा.
हमास के आतंकवादियों द्वारा दक्षिणी इजराइल के शहरों पर सात अक्टूबर को हमले किए जाने के बाद इजराइल ने गाजा पट्टी की घेराबंदी कर दी और कई जवाबी हवाई हमले किए. दिन में एक बार भोजन करने को मजबूर और पेयजल की कमी से जूझ रहे गाजा में कई लोग सहायता का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
बमबारी में बड़ी संख्या में घायल हुए लोगों का उपचार कर रहे अस्पताल कर्मियों को भी चिकित्सा आपूर्ति और जनरेटरों के लिए ईंधन की तत्काल आवश्यकता थी.
सैकड़ों विदेशी नागरिक भी युद्ध के बीच गाजा से मिस्र जाने के लिए सीमा के खुलने का इंतजार कर रहे थे. इस बीच हमास द्वारा एक अमेरिकी महिला और उसकी किशोर बेटी को रिहा किए जाने के बाद शनिवार को इजराइल और फलस्तीनी आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई.
इजराइल पर सात अक्टूबर के हमले के बाद हमास द्वारा बंधक बनाए गए दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को यह घोषणा की और आश्वस्त किया कि उनकी सरकार दोनों नागरिकों की सुरक्षित स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने और उन्हें इस सदमे से उबरने में हर संभव मदद करेगी.
बाइडन ने बंधक बनाई गई एक अमेरिकी महिला और उसकी किशोर बेटी की रिहाई सुनिश्चित करने में कतर और इजराइल की सरकारों के सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया. इसके तुरंत बाद बाइडन ने रिहा किए गए दोनों बंधकों और उनके परिवार से फोन पर बात की.
राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा, ‘‘इजराइल के खिलाफ सात अक्टूबर को भयावह आतंकवादी हमले के दौरान हमास द्वारा बंधक बनाई गईं दो अमेरिकी नागरिकों की आज हमने रिहाई सुनिश्चित की.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे साथी नागरिकों ने पिछले 14 दिनों में एक भयावह कष्ट का सामना किया है और मुझे बहुत खुशी है कि वे जल्द अपने परिवार से फिर से मिलेंगी, जो डर से टूट गए हैं. इन व्यक्तियों और उनके परिवार को इस सदमे से उबरने में अमेरिका सरकार का पूरा समर्थन मिलेगा और इस समय हम सभी को उनकी निजता का सम्मान करना चाहिए.’’
मुक्त कराई गई मां-बेटी हमास द्वारा रिहा किए जाने वाले बंधकों में से पहली थीं और 200 से अधिक लोग अब भी बंधक हैं. बाइडन ने कहा कि हमले के शुरुआती क्षण से उनका प्रशासन हमास द्वारा बंधक बनाए गए अमेरिकी नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम कर रहा था और उसने अब भी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने का प्रयास बंद नहीं किया है.
अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘हमास द्वारा सात अक्टूबर को बंधक बनाए गए दो अमेरिकी नागरिकों को करीब एक घंटा पहले इजराइल के अधिकारियों के हाथ में सुरक्षित सौंप दिया गया.’’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी दूतावास से एक टीम जल्द उनसे संपर्क करेगी.
उन्होंने दोनों बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कतर सरकार का धन्यवाद किया. वहीं, एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की खबर के अनुसार, बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें लगता है कि सऊदी अरब के साथ रिश्ते सामान्य करने की इजराइल की कोशिश को रोकने के कारण हमास ने उस पर हमला किया.
बाइडन ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमास के इजराइल पर हमला करने के कारणों में से एक यह भी हो सकता है कि… वे जानते थे कि मैं सऊदी के साथ बैठक करने वाला हूं.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि उन्हें लगता है कि हमास के आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को घातक हमला इसलिए किया क्योंकि सऊदी इजराइल को मान्यता देना चाहता था और वे औपचारिक रूप से ऐसा करने में सक्षम होने के करीब थे.
यरुशलम और रियाद लगातार रिश्ते सामान्य करने की दिशा में करीब पहुंच रहे थे और बाइडन दोनों देशों को साथ लाने में मदद करने के लिए काम कर रहे थे.