Durga Puja 2023: भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के मॉडल पर बन रहा बोकारो में पूजा-पंडाल, राम मंदिर की दिखेगी झलक
15 अक्टूबर को कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू होगा. स्टील सिटी बोकारो में एक बार फिर भव्य व विराट रूप में दुर्गा पूजा व पंडाल देखने को मिलेंगे. देश-विदेश की ऐतिहासिक इमारतें, मंदिर व गुफा सहित एक से बढ़कर एक आकार-प्रकार के पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.
बोकारो में दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाया जाता है. पूजा के लिए बनाये गये पंडालों पर लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं. इस बार बोकारो के दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 व अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर का क्रेज देखने को मिलेगा. भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के प्रारूप का आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है. दुंदीबाद बाजार के पूजा पंडाल में चंद्रयान-03 तो कैंप-टू में अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर की झलक दिखेगी. सेक्टर नौ में 12 लाख की लागत से इस्कॉन मंदिर मायापुर के प्रारूप का पंडाल बन रहा है तो सेक्टर दो में 10 लाख की लागत से वृंदावन-यूपी का प्रेम मंदिर के प्रारूप के पंडाल का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके अलावा सेक्टर बारह, सेक्टर वन, सेक्टर चार एफ, सेक्टर आठ, रितुडीह सहित अन्य स्थानों पर भी दुर्गा पूजा को लेकर भव्य व आकर्षक पूजा पंडाल बन रहा है. साथ ही विद्युत सज्जा भी आकर्षक ढंग से की जा रही है. दुर्गोत्सव को भव्य बनाने के लिए कमेटियां इन पर अलग-अलग खर्च भी कर रही हैं.
श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति कैंप-टू में पूजा पंडाल के अंदर अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर का दृश्य दिखेगा, जो आकर्षण का केंद्र होगा. समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया : कैंप-टू में 1975 से दुर्गा पूजा मनायी जा रही है. यहां के पूजा पंडाल के अंदर का दृश्य हर बार चर्चा में रहता है. इस बार भी अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर का दृश्य आकर्षण का केंद्र होगा. पूजा पंडाल, साज-सज्जा, लाइटिंग, पूजा व प्रसाद, विसर्जन पर लगभग सात लाख रुपये खर्च होंगे. कैंप-टू के निवासियों का सहयोग मिल रहा है.
श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति दुंदीबाद बाजार में पूजा पंडाल के अंदर चंद्रयान-03 का दृश्य दिखेगा. समिति के अध्यक्ष शिव कुमार यादव ने बताया : एक लाख 40 से हजार की लागत से आकर्षक पूजा पंडाल बनाया जा रहा है. दृश्य पर साठ हजार रुपये व प्रतिमा पर 20 हजार रुपये खर्च होगा. दुंदीबाद बाजार के पूजा पंडाल का दृश्य हर बार आकर्षण का केंद्र होता है. इस बार भी बोकारो वासियों को आकर्षक दृश्य चंद्रयान-03 के रूप में दिखेगा. यह इसरो के वैज्ञानिकों के सम्मान में बनाया जा रहा है.
श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति वैशाली मोड़-सेक्टर नौ में 12 लाख की लागत से इस्कॉन मंदिर मायापुर-बंगाल के प्रारूप का पूजा पंडाल बन रहा है. समिति के अध्यक्ष शशिभूषण उर्फ गिन्नी बाबा ने बताया : पंडाल 100 फीट लंबा व 90 फीट उंचा होगा. पंडाल के निर्माण कार्य में हावड़ा के दो दर्जन से अधिक कारीगर जुटे है. हर बार की तरह इस बार भी पूजा पंडाल बोकारो में चर्चा का केंद्र रहेगा. मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा व दृश्य पर दो लाख रूपये खर्च होंगे. दृश्य कालिया नाग व कृष्ण युद्ध पर आधारित होगा.
श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति सेक्टर-02 में 10 लाख की लागत से वृंदावन (उत्तरप्रदेश) के प्रेम मंदिर के प्रारूप का पूजा पंडाल बन रहा है. समिति के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने बताया : पंडाल 120 फीट चौड़ा व 85 फीट ऊंचा होगा. इसे बनाने में जामताड़ा के लगभग दो दर्जन कारीगर जुटे हंै. विद्युत साज-सज्जा पर ढाई लाख रुपये खर्च होंगे. पंडाल के अंदर देवी-देवताओं की भव्य प्रतिमा अधिष्ठापित होंगी, जिस पर दो लाख रुपये खर्च होगा. प्रतिमा को दुर्गापुर व आसनसोल के कारीगरों द्वारा बनाया जायेगा.
15 अक्तूबर को कलश स्थापना से शुरू होगा शारदीय नवरात्र
15 अक्टूबर (रविवार) – घट स्थापना, शैलपुत्री मां की पूजा
16 अक्टूबर (सोमवार) – द्वितीया मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
17 अक्टूबर (मंगलवार) – तृतीया मां चंद्रघंटा की पूजा
18 अक्टूबर (बुधवार) – चतुर्थी मां कुष्मांडा की पूजा
19 अक्टूबर (गुरुवार) – पंचमी मां स्कंदमाता की पूजा
20 अक्टूबर 2023 (शुक्रवार) – षष्ठी मां कात्यायनी की पूजा
21 अक्टूबर (शनिवार) – सप्तमी मां कालरात्रि की पूजा
22 अक्टूबर (रविवार) – अष्टमी मां महागौरी की पूजा. दुर्गा महा अष्टमी पूजा
23 अक्टूबर (सोमवार) – नवमी मां सिद्धिदात्री की पूजा. दुर्गा महा नवमी पूजा
24 अक्टूबर (मंगलवार) – दशमी नवरात्रि पारण, दुर्गा विसर्जन, विजय दशमी