मलमास में भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हो रहा है. कांवरिये सुल्तानगंज से लगातार बाबाधाम आ रहे हैं. वे तरह-तरह के आकर्षक कांवर लेकर बाबाधम पहुंच रहे हैं. इस बार एक कांवर ऐसा देखा गया जिसे माता रानी की मूर्ति के जैसा बनाया गया है.
इसमें कुछ कांवरिये तिरंगा झंडा के रंग में रंगे कांवर लेकर पहुंच रहे हैं. एक तरफ माता की मूर्ति और दूसरी तरफ तिरंगा झंडा का कांवर. ऐसे में कांवरिया पथ पर आस्था और देशभक्ति का अद्भुत नजारा दिख रहा था.
कुछ दिनों पहले भक्त शिवलिंग और सभी देवी-देवताओं की मूर्ति के साथ कांवर लेकर आए थे. ये भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही.
कुछ भक्त अलग-अलग वेष में बाबाधाम पहुंच रहे हैं. इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग रही है. लोग इनके साथ तस्वीरें भी क्लिक करवा रहे हैं.
कुछ दिन पहले कुछ 24 कांवरियों का जत्था कोलकाता से बाबाधमा पहुंचा था. सभी ने अपने टीशर्ट्स पर नो फोर जी, नो फाइव जी, ऑनली शिवजी का स्लोगन लगवाया हुआ था. भक्तों की ये अनोखी वेषभूशा लोगों को खूब भायी.
दो महीने के श्रावणी मेले में भी भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहा. इस बीच लगभग हर दिन बाबा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. सोमवारी और उसके आसपास भीड़ ज्यादा बढ़ जाती है.
इधर कांवरियों की आस्था मौसम पर भारी दिखी. चाहे चिलचिलाती धूप रही हो, या फिर झमाझम बारिश, भक्तों के कदम नहीं रुके.