Jagarnath Mahto Death Anniversary|झारखंड टाइगर के नाम से विख्यात झारखंड के पूर्व शिक्षा एवं मद्य निषेध मंत्री जगरनाथ महतो को उनकी पहली पुण्यतिथि पर झारखंड ने शनिवार (6 अप्रैल) को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और झामुमो नेता कल्पना सोरेन भी पहुंचीं.
जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग पहले उनके पैतृक गांव अलारगो पहुंचे. बीएड कॉलेज ग्राउंड में स्टेज बनाया गया था. वहां झारखंड टाइगर जगरनाथ महतो की बड़ी सी प्रतिमा लगी थी. यहां आने वाले लोगों ने पुष्पांजलि देकर उनको अपनी श्रद्धांजलि दी.
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने इस अवसर पर कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की सरकार ने गांव के गरीबों के लिए काम किया. भारतीय जनता पार्टी लंबे अरसे तक सरकार में रही, लेकिन वह यह नहीं बता पाएगी कि उसने क्या काम किया.
उन्होंने कहा कि आदिवासियों को अपने ही घर में अधिकारों से वंचित किया गया. हमने झारखंड के आदिवासी बच्चों को शिक्षित करना शुरू किया, ताकि वे अपने अधिकारों को समझें. आने वाले दिनों में वे खुद अपने झारखंड के मालिक बनें. हमारी सरकार की यह सोच है.
उन्होंने कहा कि बेवजह झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया. वे आदिवासियों-मूलवासियों के हित में काम कर रहे थे, इसलिए उन पर आरोप साबित हुए बगैर उन्हें जेल भेज दिया गया. कहा कि भारत सरकार झारखंड की जनता को प्रधानमंत्री आवास देने में नाकाम रही.
इस अवसर पर झारखंड के पूर्व विधायक योगेंद्र महतो ने कहा कि जगरनाथ महतो झारखंड के लोकप्रिय नेता थे. कोरोना काल में भी जनसेवा में लगे रहे और शहीद हो गए. उन्होंने कहा कि जगरनाथ जी के सपनों को हमारी सरकार पूरा कर रही है.
झारखंड सरकार के मंत्री बसंत सोरेन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जगरनाथ महतो जी 1932 के खतियान के लिए लगातार लड़ते रहे. उन्होंने कहा कि उनकी श्रद्धांजलि सभा में आकर सिर्फ भाषण देने से काम नहीं होगा. उनके विचारों को आगे बढ़ाना होगा.
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बसंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फंसाया गया है. वर्ष 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में वोट के जरिए अपनी आवाज को दिल्ली तक पहुंचाएं.
इस अवसर पर गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से झामुमो प्रत्याशी मथुरा महतो ने भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे लोकप्रिय नेता हेमंत सोरेन को फंसाया गया है. 21 अप्रैल को हमलोग रांची में जुटेंगे. उन्होंने कहा कि जगरनाथ महतो के साथ मिलकर हमलोगों ने 1932 के खतियान आधारित नीति के लिए आंदोलन किया.
जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि देने के लिए हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो नेता कल्पना सोरेन, सांसद महुआ माजी, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी पहुंचे थे. गिरिडीह के वर्तमान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने भी जगरनाथ महतो को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.