हटिया विधानसभा क्षेत्र से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के टिकट पर वर्ष 2019 में चुनाव लड़ चुके सुभाष मुंडा की उनके ऑफिस में घुसकर हत्या कर दी गयी. सुभाष मुंडा की हत्या के विरोध में बृहस्पतिवार (27 जुलाई) को रांची बंद बुलाया गया है. सुबह से ही बंद का असर दिखने लगा. आदिवासी संगठनों ने सुभाष मुंडा के शव के साथ रोड को जाम कर दिया.
बंद का सबसे ज्यादा असर हटिया विधानसभा क्षेत्र के नगड़ी इलाके में देखा जा रहा है. सुभाष मुंडा के समर्थकों और आदिवासी संगठनों ने सड़क पर टायर जलाकर रोड ब्लॉक कर दिया. वाहनों के आवागमन को पूरी तरह से ठप कर दिया गया. वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गयीं.
हटिया विधानसभा के उभरते और युवा वामपंथी नेता की हत्या से लोगों का आक्रोश भड़क उठा है. बुधवार की रात को भी स्थानीय लोगों ने नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली में जमकर उत्पात मचाया था. शराब दुकान को आग लगा दी थी. पुलिस पर भी हमला कर दिया था. यहां तक कि सिटी एसपी को दौड़ा दिया. उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की.
बंद में महिला और बच्चों की भी भागीदारी देखी गयी. जहां-तहां महिलाएं सड़क पर बैठ गयीं और सड़क मार्ग पर गाड़ियों का आना-जाना बंद कर दिया. इसकी वजह से दूर-दराज से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. आदिवासी संगठन के लोग आज रांची में अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन की भी तैयारी कर रहे हैं.
दलादली के पास लोग सड़क पर बैठ गये. तो दूसरी ओर, लाठी-डंडों के साथ बंद समर्थकों ने दुकानों को बंद करवाया. सड़क पर बांस और लकड़ियां रखकर रोड ब्लॉक कर दिया. बड़ों के साथ बच्चों को भी डंडों के साथ सड़क पर देखा गया.
आदिवासी संगठनों की मांग है कि सुभाष मुंडा के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये. बता दें कि सुभाष मुंडा बुधवार की रात अपने ऑफिस में बैठे थे. तभी उनके कार्यालय में घुसकर अपराधियों ने उन्हें 7 गोली मारी. आनन-फानन में उन्हें रिम्स ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने नगड़ी थाना क्षेत्र में देर रात तक जमकर तांडव मचाया.