झारखंड में शिक्षा को लेकर संजीदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की परिकल्पना अब मूर्तरूप ले रही है. सीएम आज झारखंड को 80 उत्कृष्ट विद्यालयों यानी एक्सीलेंट स्कूल्स की सौगात देंगे. जिसके क्लासरूम प्राइवेट स्कूलों से कम नहीं है.
अब झारखंड के वंचित और गरीब बच्चों का उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करने का सपना साकार होगा. जहां आज के समये के अनुरूप आधुनिकता को ध्यान में रखते हुए बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा दी जाएगी. गरीब बच्चे भी अब इस तरह के स्मार्ट क्लास में पढ़ सकेंगे.
इन उत्कृष्ट विद्यालयों में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी. बच्चों को अंग्रेजी सिखाने के लिए लैंग्वेज लैब भी बनाया गया है. इस पहल से राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा का अधिकार भी प्राप्त होगा.
इन सरकारी स्कूलों में लाइब्रेरी भी है, जिसमें साहित्य से लेकर पाठ्यक्रम की किताबें रखी गई हैं.
कम्प्यूटर लैब भी है, ताकि गरीब बच्चे आधुनिकता से पिछड़े ना रहे जाए. अब सरकारी स्कूल में भी बच्चे कम्प्यूटर क्लास कर सकेंगे.
यह है बायो लैब, उत्कृष्ट विद्यालयों में हर तरह के लैब हैं. अब बच्चे ना सिर्फ किताबी ज्ञान हासिल करेंगे बल्कि नीजि स्कूलों की तर्ज पर लैब में भी चीजों को बेहतर समझ सकेंगे.
लेबोरेटरी की बात करें ते यहां फिजिक्स लैब भी है. स्कूली शिक्षा के बाद फिजिक्स को काफी मुश्किल समझा जाता है. ऐसे में फिजिक्स लैब के माध्यम से छात्रों के लिए यह सबजेक्ट आसान हो जाएगा क्योंकि वे चीजों को प्रैक्टिकल ढंग से समझ सकेंगे.
इन लेबोरेटरी में हर तरह के इक्वीप्मेंट्स मौजूद हैं. जिसका इस्तेमाल कर बच्चे उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम होंगे.
मुख्यमंत्री आज जिला स्तरीय 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का शुभारंभ रांची के धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय से करेंगे. ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय को भी उत्कृष्ट विद्यालय में तब्दील किया गया है. ये सभी 80 विद्यालय सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं.