रांची : झारखंड की राजधानी रांची, पलामू और राजमहल समेत राज्य के सभी हिस्सों में वट सावित्री का पर्व धूमधाम से मनाया गया. सुहागिन महिलाएं सुबह में स्नान करने के बाद वटवृक्ष के नीचे एकत्रित हुई और विधि विधान से पूजा कर कच्चे धागे को पेड़ में बांधते हुए अपने पति के दीर्घायु होने की कामना की.
इस दौरान महिलाओं ने वट सावित्री व्रत कथा का कथा वाचन एवं श्रवण किया. इसके बाद अपने पति आशीर्वाद लिया. ज्ञात हो कि वट सावित्री का व्रत महिलाएं अपने पति के दीर्घायु के लिए करती हैं. राजमहल के ग्रामीण क्षेत्र जैसे कि मंगलहाट, तीनपहाड़ व उधवा प्रखंड क्षेत्र में भी सुहागिन महिलाओं ने पूरे हर्षोल्लास के साथ ये पूजा की.
रांची के विभिन्न मंदिरों में भी हुई पूजा
रांची के पहाड़ी मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में भी सुहागिन महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर वट सावित्री की कथा सुनी और भगवान की आरती कर उनका आशीर्वाद लिया. कई नवविवाहित के घरों में तो बुधवार से ही विशेष तैयारियां की गयी. घरों में पूजा-अर्चना से संबंधित गीत आदि गाये गये.
बुधवार को पूजन सामग्री की जमकर हुई बिक्री
इससे पहले यानी कि बुधवार शाम को राजधानी के बाजारों में पूजन सामग्री से लेकर बांस के पंखे तक की खूब बिक्री हुई. डलिया और फल-फूल आदि की भी जमकर बिक्री हुई. बाजार में आम 50 से लेकर 150 रुपये किलो, लीची 80 से 120 रुपये किलो,केला 50 से 80 रुपये दर्जन और सेब 150 से 250 रुपये किलो की दर से बिक रहे थे. इसके अलावा खीरा लोकल 35 से 50 रुपये किलो की दर से बिक रहा था. वहीं व्रत को लेकर दूध और मिठाई आदि की भी बिक्री हुई.
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