कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य को ‘‘50 प्रतिशत कमीशन नियम’’ से मुक्त करने के लिए भगवान महाकाल से दैवीय हस्तक्षेप की प्रार्थना की. कमलनाथ ने सोमवार को उज्जैन में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किये. कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने भगवान को पत्र लिखा है.
कांग्रेस नेता ने माइक्रोब्लॉगिंक मंच ‘एक्स’(पूर्व में ट्विटर) पर भगवान महाकाल को लिखे पत्र को साझा किया है. उन्होंने पत्र में लिखा कि मैं मध्य प्रदेश की समस्त दुखियारी प्रजा की ओर से आपसे अरज करता हूं कि मेरा मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार के दलदल में डूबता जा रहा है. भ्रष्टाचार की जननी पार्टी (भाजपा) के 50 प्रतिशत के कमीशन राज में घोटालों में किसी को नहीं छोड़ा है.
पत्र में भगवान महाकाल से लोगों को इस भ्रष्ट शासन से छुटकारा दिलाने, अपराधियों को दंडित करने और सभी का कल्याण सुनिश्चित करने की प्रार्थना की गई. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान महाकाल के निवास स्थान उज्जैन में महाकाल लोक कॉरिडोर के निर्माण में भी ‘घोटाला’ हुआ. पत्र में कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण आहार योजना से लेकर महाकाल लोक के निर्माण तक भ्रष्टाचार फैला है; जो लोग इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं उन पर झूठे मुकदमे लाद दिए जाते हैं और हर तरह से प्रताड़ित किया जाता है.
बाद में मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने भ्रष्ट शासन को समाप्त करने के लिए भगवान महाकाल से प्रार्थना की. उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीतेगी और पहली कैबिनेट बैठक उज्जैन में होगी.
गौरतलब है कि इंदौर पुलिस ने पिछले हफ्ते ‘‘50 प्रतिशत कमीशन सरकार” पोस्ट पर कांग्रेस नेताओं प्रियंका गांधी, कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के ‘एक्स’ खातों के ‘संचालकों’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. मध्य प्रदेश सरकार पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने दावा किया कि कमलनाथ के एक सहयोगी के पास से नौ करोड़ रुपये नकद पाए गए और एक मामला भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के समक्ष लंबित है.