रांची जिले के मांडर प्रखंड में लगने वाला दो दिवसीय मुड़मा जतरा लोगों के स्वागत के लिए सज-धजकर तैयार है. 30 अक्टूबर को सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा की अगुवाई में 40 पाड़हा के पाहन पुजार व धार्मिक अगुवा द्वारा द्वारा जतरा स्थल पर स्थित शक्ति खूंटा की पूजा-अर्चना के बाद यह दो दिवसीय मेला विधिवत रूप से शुरू हो जायेगा. जतरा के उद्घाटन समारोह में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. एक रात व दिन को लगने वाले 24 घंटे के इस जतरा में भारी भीड़ उमड़ती है.
जतरा में देश के विभिन्न राज्यों के अलावा नेपाल के भी लोग शामिल होते हैं. जतरा में शामिल होने वाली भीड़ को लेकर प्रशासन की ओर व्यापक इंतजाम किये हैं. मेला स्थल पर शांति व विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों के अलावा पुरुष व महिला पुलिस बल की तैनाती की गयी है. जतरा के हर कोने पर नजर रखने के लिए 15 वॉच टावर बनाये गये हैं प्रत्येक खास स्पॉट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. यहां ड्रोन कैमरे से भी निगरानी रखी जायेगी.
धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने बताया कि जतरा में प्रशासन का हर तरह से सहयोग करने के लिए उनके भी 2 हजार स्वयंसेवक मौजूद रहेंगे. आदिवासियों की परंपरा व संस्कृति से ओतप्रोत इस जतरा का मुख्य आकर्षण समापन के दिन होता है. जब 40 पाड़हा के लोग अपने परंपरागत पाड़हा निशान रम्पा चम्पा, लकड़ी के हाथी, घोड़े, मगरमच्छ, मछली, कंड़सा व झंडों के साथ नाचते गाते हुए जतरा में शामिल होने आते हैं.
रविवार को जतरा में प्रशासन की तैयारी का जायजा लेने के लिए ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो व अन्य पदाधिकारी जतरा स्थल पहुंचे थे. ग्रामीण एसपी ने कंट्रोल रूम व अन्य व्यवस्था का जायजा लिया और जतरा में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों व कर्मियों के साथ बैठक कर जतरा स्थल में विधि व शांति व्यवस्था के संधारण को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
दो दिवसीय मुड़मा जतरा के दौरान यातायत व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए प्रशासन की ओर से एनएच 75 में वाहनों का रूट डाइवर्ट कर दिया जायेगा. बताया गया कि लोहरदगा की ओर से आने वाले सभी वाहन टांगरबसली मोड़ से बेड़ो होते हुए रांची की ओर एवं रांची की ओर से आने वाले सभी वाहन काठीटांड़ से ठाकुरगांव होते हुए अपने गंतव्य की ओर जाएंगे.