Online Scam: स्कैमर्स को कहां से मिलती है आपकी डिटेल्स ? यहां जानें
Online Scam: आज के समय में ऑनलाइन स्कैम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन, इन स्कैमर्स को आपसे जुड़ी जानकारियां कहां से मिलती है? चलिए जानते हैं. आज हम आपको इन स्कैम्स से बचने के भी तरीके भी बताने वाले हैं.
online : आज के समय में सभी काम ऑनलाइन माध्यम से हो रहे हैं. सभी चीजें ऑनलाइन हो गयी हैं. चाहे बात मोबाइल बिल रिचार्ज करने की हो या फिर इलेक्ट्रिसिटी बिल और शॉपिंग आज के समय में सभी काम ऑनलाइन माध्यम से किये जाते हैं. ऑनलाइन लेन-देन के अगर फायदे हैं तो इसके कई नुक्सान भी है. आज के समय में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी काफी बढ़ गए हैं, लेकिन, क्या आपको पता है कि इन स्कैमर्स को आपसे जुड़ी डिटेल्स कहां से मिलती है ? अगर नहीं तो आज हम आपको बताने वाले हैं. चलिए जानते हैं ऑनलाइन स्कैम के बारे में डिटेल से.
कैसे देते हैं स्कैम को अंजाम?
स्कैमर्स के पास आपका नाम, पता और आपसे जुड़ी दूसरी डिटेल्स पहले से मौजूद होती है. इन डिटेल्स के आधार पर ही स्कैमर्स ठगी की घटना को अंजाम देते हैं. ऐसे ही एक मामला है आधार के नाम पर ठगी करने का. इस तरह के फ्रॉड में स्कैमर्स आपके सामने पुलिस अफसर बनकर कॉल करते हैं और शिकार को कानूनी कार्रवाई की धमकी देते हैं और अपने जाल में फंसाते हैं. इन स्कैम्स को देखकर दिमाग में सवाल आता है कि आखिर इन ठगों के पास हमारा डिटेल आया कहां से.
स्कैमर्स को कहां से मिलती है आपकी जानकारी?
अगर आपके दिमाग में भी यह सवाल आ रहा है कि आखिर इन स्कैमर्स को आपकी जानकारी कहां से मिलती है तो आज इससे जुड़ी सभी जानकारी आपको इस स्टोरी को पढ़ने के बाद आपको मिल जाएगी. कई बार ऐसा होता है कि आप अपने घर पर या ऑफिस में बैठे होते हैं और आपको एक अनजान कॉल आता है. कॉलर आपसे कहता है कि आपके आधार कार्ड डिटेल्स के साथ एक पार्सल पकड़ा गया है. केवल यहीं नहीं आगे ये भी बताया जा रहा है कि इस पार्सल को गलत तरीके से विदेश भेजा जा रहा था.
मिलने लगती है धमकी
जब आपके साथ ऐसी कोई घटना घटती है तो आप सोच में पड़ जाते हैं. जबतक आप कुछ भी समझ पाएं सामने से अधिकारी बनकर कॉल करने वाला शख्स आपको धमकी देने लगता है. अक्सर ये कानूनी कार्रवाई की ही धमकी देते हैं. हो सकता है कि वे आपकी अपने किसी सीनियर से भी बात कराएं. ऐसा करने के पीछे उनका मकसद आपको डरा कर आपसे पैसे निकलवाना होता है.
स्कैमर्स करते हैं होमवर्क
ये जो स्कैमर्स होते हैं वे आपकी डिटेल्स हासिल करने के लिए अपना होमवर्क पूरी तरह से करते हैं. वे ध्यान में रखते हैं कि उनसे कोई गलती न हो जाए. स्कैमर्स आपसे जुड़ी हर डिटेल्स अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर निकाल लेते हैं. चलिए जानते हैं आखिर किन तरकीबों का इस्तेमाल कर वे आपकी जानकारी निकाल लेते हैं.
डेटा लीक
आपसे जुड़ी जानकारी निकालने का सबसे पहला तरीका हो सकता है डेटा लीक. बता दें डार्क वेब पर सभी यूजर्स के डिटेल्स बेचे जाते हैं. ये जो डेटा होते हैं वे कहीं से भी और किसी भी प्लैटफॉर्म से लीक ही सकते हैं. इन लीक्स में यूजर का फोन नंबर, आधार कार्ड नंबर, एड्रेस और दूसरी डिटेल्स शामिल होती है. इन्हीं डिटेल्स का इस्तेमाल कर स्कैमर्स आपको धमकाते हैं और पैसे वसूलते हैं.
कई तरह का हो सकता है डेटा लीक
बता दें यह डेटा लीक कई तरह का हो सकता है. पॉसिबल है कि आपने किसी शॉपिंग मॉल में जाकर अपना नंबर रजिस्टर कराया हो जिसकी वजह से आपको कंपनी के तरफ से प्रमोशनल कॉल्स आते हों. लेकिन कई बार ये डेटा स्कैमर्स के हाथ भी लग जाते हैं. अगर ऐसा होता है तो उन्हें आपसे जुड़ी हर जानकारी मिल जाती है.
ईमेल या वेबसाइट
स्कैन करने के लिए ये सबसे कॉमन तरीकों में से एक है. इसमें स्कैमर्स यूजर्स को ईमेल या फिर SMS के जरिए फिशिंग लिंक सेंड करते हैं. जैसे ही आप इन लिंक्स पर क्लिक करते हैं वैसे ही आप एक फेक वेबसाइट पर भेज दिए जाते हैं. स्कैमर्स यहीं से आपकी सभी डिटेल्स चुरा लेते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें ये फेक वेबसाइट दिखने में काफी हद तक असली की तरह ही होते हैं.
कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
अगर आपका पर्सनल डिटेल लीक हुआ है या फिर आपको शक है कि ऐसा कुछ हो सकता है तो ऐसे में आप कुछ तरीकें अपना सकते हैं. सबसे पहले आप अपने पासवर्ड्स को हर दो से तीन महीने में बदल दें. केवल यहीं नहीं सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर अपनी तस्वीरें और डिटेल्स शेयर करने से पहले भी सावधानी बरतें. अपने पर्सनल डिटेल्स जैसे कि बर्थ डेट इत्यादि को भी शेयर करने से बचें। किसी भी साइट पर विजिट करने से पहले उसका URL जरूर चेक करें. ऐसा न हो कि आपने किसी गलत वेबसाइट पर अपनी जानकारी शेयर कर दे.