पटना में खतरे के निशान के करीब गंगा का जल स्तर पहुंच गया है और शुक्रवार को गांधी घाट पर खतरे के निशान से यह महज दो सेंटीमीटर दूर था. जिस तरह से नदी का जलस्तर बढ़ रहा था देर रात तक इसके खतरे के सीमा को पर कर जाने की आशंका थी.
शुक्रवार को लगातार जलस्तर में वृद्धि जारी रही. गुरुवार की तुलना में गांधी घाट पर इसमें जल स्तर में 0.04 मीटर की वृद्धि दर्ज की गयी . यह 48.58 मीटर दर्ज किया गया जबकि यहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है .
बीते वर्ष के 11 अगस्त की तुलना में 1.32 मीटर अधिक है जबकि वर्ष 2021 के 11 अगस्त की तुलना में 1.27 मीटर कम है. वहीं दीघा घाट गंगा में जल स्तर में 0.09 मीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. यह 49 .57 मीटर था जबकि खतरे का निशान 50.45 मीटर है. यहां भी खतरे के निशान से कम मीटर से कम की दूरी बची थी.
बिहार में लगातार हुई बारिश की वजह से राजधानी समेत सूबे की नदियों में उफान है.
पटना के गंगा घाटों में सीढ़ी तक पानी अब पहुंच चुका है. वहीं अभी और बारिश होने की आशंका है जिससे जलस्तर में बढ़ोतरी होगी.
पटना गंगा घाट पर युवक जान जोखिम में डालकर गंगा में छलांग लगाते देखे जाने लगे हैं. ऐसे में कोई हादसा होने की संभावना बढ़ती है.
पटना के गंगा घाट पर अब पानी सीढ़ियों पर चढ़ चुका है. एनआईटी घाट और वंशी घाट का नजारा कुछ ऐसा है.