15 अगस्त को 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जायेगा. इसे लेकर गांधी मैदान में सैनिक, अर्द्धसैनिक और पुलिस पदाधिकारियों के बीच रिहर्सल जारी है. बुधवार को इन टुकड़ियों ने रिमझिम बारिश में गांधी मैदान में भरे पानी के बीच परेड का अभ्यास किया. इस दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. फिर भी परेड में शामिल महिला जवानों का हौसला बुलंद दिखा.
शहर में मंगलवार की रात दो बजे से बुधवार को दोपहर दो बजे तक कभी धीमी, ताे कभी तेज बारिश होती रही. इस दौरान कुल 33.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. इससे कई निचले इलाकों में दो से तीन फुट तक पानी भर गया. जलजमाव से लोगो को आने- जाने में परेशानी हुई़ हालांकि,बारिश बंद होने के कुछ ही घंटों में अधिकतर जगहों से पानी निकल गया.
नगर निगम के कर्मी जमे हुए पानी को निकालने के लिए जद्दोजहद करते रहे. जलजमाव की परेशानी पटना में हर साल दिखती है.बारिश के दौरान विभिन्न वार्डों में नगर निगम की क्यूआरटी मैनहोल का ढक्कन खोलते और कैचपिट को जगाती दिखी. साथ ही निचले इलाकों से सुपर सकर मशीन लगाकर और टयूबवेल की मदद से भी पानी बाहर फेंकने का प्रयास किया जाता रहा. साथ ही ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन को उनकी पूरी क्षमता से चलाया गया और उनमें पानी के इनफ्लो और आउटफ्लो की भी निगरानी की गयी.
विधानसभा के सामने शहीद स्मारक गोलंबर पर भी सुबह एक से डेढ़ फुट तक पानी जमा था. अशोक राजपथ में निर्माण के कारण सड़क टूटी-फूटी होने और उसमें पानी भरने से लोगों को परेशानी हुई. कंकड़बाग के भी कई मोहल्लों में जलजमाव दिखा.
गांधी मैदान के जेपी गोलंबर के सामने इस दौरान एक फुट तक पानी दिखा. आयकर गोलंबर के पास होटल पाटलिपुत्रा के पीछे से हाइकोर्ट की ओर जाने वाली सड़क पर भी डेढ़ फुट तक पानी दिखा.
मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को भी पटना शहर और आसपास में हल्की या मध्यम बारिश होने की चेतावनी दी है. पटना के गांधी मैदान में पानी भर गया है. जिससे परेड का अभ्यास करने में भी परेशानी बढ़ी है.
लगातार हो रही बारिश से पिछले चार दिनों से गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. गंगा किनारे घाट की सीढ़ियों पर पानी पहुंच गया है. गांधी घाट पर जलस्तर खतरे के निशान के करीब है. दीघा में जनार्दन घाट, पाटी पुल के नीचे तक पानी पहुंच कर रास्ते पर आ गया है.
खेतान मार्केट व राजेंद्रनगर के रोड नंबर दो व तीन में तो ढाई-तीन फुट तक पानी दिखा, लेकिन शाम छह बजे के बादवहां का पानी भी तेजी से निकलने लगा और देर रात तक वहां पानी का लेवल एक फुट से भी नीचे आ चुका था. रामकृष्णा नगर, जगनपुरा जैसे निचले इलाकों में भी कई जगह दो से तीन फुट तक जलजमाव हुआ. लेकिन बारिश के बादवहां भी बहुत हद तक पानी निकल गया.
पटना के बाजारों में भी बारिश का पानी घुस गया है. जिससे लोग किसी तरह दुकान तक जाने या राह से गुजरने को मजबूर हैं. कारोबारियों को भी नुकसान सहना पड़ रहा है.
पटना की सड़कों का नजारा किसी तालाब या झील से कम नहीं था. बुधवार को कई जगहों पर लोगों की बाइक बीच सड़क पर पानी के बीच रूक जा रही थी.
पटना में बारिश के बीच वाहन चालकों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.