YashoBhoomi: एशिया के सबसे बड़े कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, जानिए क्या है खासियत
पीएम मोदी ने यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के पहले चरण का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी यशोभूमि का मुआयना भी किया. बता दें, इसे 5400 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जन्मदिन के मौके पर देशवासियों को बड़ी सौगात दी है. पीएम मोदी ने रविवार को दिल्ली के द्वारका सेक्टर-21 से यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25 तक विस्तारित एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन का लोकार्पण करने के बाद द्वारका सेक्टर-25 में बने यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के पहले चरण का भी उद्घाटन किया. इसके अलावा पीएम मोदी ने विश्वकर्मा समाज के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना भी लॉन्च की है.
पीएम मोदी ने यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के पहले चरण का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी यशोभूमि का मुआयना भी किया. बता दें, इसे 5400 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है. यशोभूमि में विश्व-स्तरीय बैठक, सम्मेलन और प्रदर्शनियों की मेजबानी की जा सकेगी. दुनिया के सबसे बड़े सम्मेलन और प्रदर्शनी सुविधा स्थलों में से एक है.
73000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बने कन्वेंशन सेंटर में 15 कन्वेंशन रूम हैं. इनमें मुख्य सभागार, भव्य बॉलरूम और 11000 प्रतिनिधियों के बैठने की कुल क्षमता वाले 13 बैठक कक्ष शामिल हैं. कन्वेंशन सेंटर में देश का सबसे बड़ा एलईडी मीडिया स्क्रीन है. इसके मुख्य सभागार में करीब छह हजार लोगों के बैठने की क्षमता है. कन्वेंशन सेंटर का पूर्ण हॉल लगभग 6000 मेहमानों की बैठने की क्षमता से सुसज्जित है, जिसमें सर्वाधिक नई स्वचालित प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया है.
कन्वेंशन सेंटर में बनी अंडरग्राउंड पार्किंग में एक साथ 3000 कारों को पार्क किया जा सकता है. सबसे बड़ी हात की इस सेंटर में ड्रेनेज वॉटर को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की सुविधा भी है.
वहीं, सभागार में उपयोग किए गए लकड़ी के फर्श और ध्वनिक दीवार पैनल आगंतुक को विश्वस्तरीय अनुभव देंगे. अद्वितीय पंखुड़ी की छत वाला ग्रैंड बॉलरूम करीब 2500 मेहमानों की मेजबानी कर सकता है. इसमें एक बड़ा सा खुला क्षेत्र भी है, जिसमें 500 लोग बैठ सकते हैं. आठ मंजिलों में फैले 13 बैठक कक्षों में विभिन्न स्तरों की विभिन्न बैठक आयोजित करने की परिकल्पना की गई है.
यशोभूमि दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी सभागारों में से एक है. एक लाख सात हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बने इन प्रदर्शनी सभागारों का उपयोग प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए किया जा सकता है. ये एक भव्य अग्रदीर्घा स्थान से जुड़े हुए हैं, जिसे तांबे की छत के साथ विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है, जो विभिन्न स्काईलाइट के माध्यम से अंतरिक्ष में प्रकाश को फिल्टर करता है. फोयर में मीडिया रूम, वीवीआईपी लाउंज, क्लॉक सुविधाएं, आगंतुक सूचना केंद्र, टिकटिंग जैसे विभिन्न सहायता क्षेत्र होंगे.
यशोभूमि में सभी सार्वजनिक परिसंचरण क्षेत्रों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह सम्मेलन केंद्रों के बाहरी स्थान के साथ निरंतरता का बोध कराता है. यह टेराजो फर्श के रूप में भारतीय संस्कृति से प्रेरित सामग्रियों और वस्तुओं से बना है, जिसमें पीतल की जड़ाई रंगोली पैटर्न, सस्पेंड साउंड एव्जोरवेंट मेंटल सिलेंडर और रोशनी की पैटर्न वाली दीवारें हैं.
यशोभूमि के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो में सफर किया और दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन पर द्वारका सेक्टर-21 से सेक्टर-25 में नये मेट्रो स्टेशन यशोभूमि तक के विस्तार का उद्घाटन किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री धौला कुआं मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो में सवार हुए. इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने यात्रियों से संवाद भी किया. कुछ यात्री प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी लेते भी नजर आए.