Shravani Mela 2023: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत मंगलवार से हो गयी. इसके साथ ही बाबा मंदिर में अरघा से जलार्पण शुरू हो गया. सावन माह के पहले दिन 1,13,352 भक्तों ने बाबा मंदिर में अरघा से जलार्पण कर मंगलकामना की. मेला शुरू होते ही बाबाधाम गेरुवा वस्त्रधारियों से पटा गया है. मंगलवार को अहले सुबह 03:05 बजे पट खोला गया तथा सरकारी पूजा की गयी. वहीं, 03:45 बजे से आम भक्तों के लिए पट खोला गया तथा जलार्पण शुरू किया गया. इस दौरान कांवरियों की कतार तड़के सुबह से ही क्यू कॉम्प्लेक्स तक पहुंच गयी थी.
शिवभक्तों के जयघोष से पूरा रूटलाइन गुंजायमान रहा. सभी कांवरिये कतारबद्ध होकर बाबा का जयघोष करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहे. रूटलाइन के हर प्वाइंट पर श्रद्धालुओं के सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किये गये हैं. कतारबद्ध कांवरियों को क्यू कॉम्प्लेक्स से मानसिंघी फुट ओवरब्रिज होते हुए बाबा मंदिर के गर्भ गृह में लगे अरघा के माध्यम से जलार्पण प्रारंभ कराया गया. पट खुलते ही झुमते हुए कांवरिये कतार में ओम नम: शिवाय का जयघोष करते हुए आगे बढ़ते रहे. कांवरिये को कतारबद्ध करने के लिए सीधे जलसार चिल्ड्रेन-पार्क से पंडित शिवराम झा चौक होते हुए नेहरु पार्क से क्यू कॉम्प्लेक्स के रास्ते ओवरब्रिज होते हुए बाबा मंदिर के गर्भ गृह तक भेजने की व्यवस्था की गयी है. कतार में नहीं जाने वाले व बुजुर्ग व बच्चों ने बड़ी संख्या में निकास द्वार के बाहर लगे बाह्य अरघा में जलार्पण कर मंगलकामना की.
बाबा मंदिर में शाम छह बजे तक शीघ्रदर्शनम का कूपन काउंटर बंद किया गया. काउंटर बंद होने तक प्रति कांवरिये पांच सौ रुपये की दर से 677 कूपन जारी किये गये. वहीं कूपन लेने वाले कांवरियों को भी भीड़ का एहसास नहीं हो, इसके लिए कांवरियों को नाथबाड़ी से कतारबद्ध कर सुविधा केंद्र के पीछे से प्रशासनिक भवन के रास्ते मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कराने की व्यवस्था को जारी रखा गया.
पर्यटन विभाग की ओर से देवघर- सुल्तानगंज स्टेट हाईवे के किनारे बनाये गये दो टेंट सिटी कांवरियों को काफी राहत दे रही है. बाघमारा बस स्टैंड के समीप और कोठिया स्टैंड में विशाल टेंट सिटी में कांवरियों को घर जैसी सुविधा मिल रही है. टेंट सिटी में एक-एक हजार कांवरियों के विश्राम करने की व्यवस्था की गई है. टेंट सिटी में बेड और पंखा लगाये गये हैं. इसके साथ ही साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा गया है.
टेंट सिटी को पूरी तरह से कवर किया गया, ताकि मच्छर से कांवरियों को परेशानी ना हो सके. इसके अलावा टेंट सिटी के बाहर महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय का यूनिट व स्नानागार की सुविधा है, जिससे कांवरिया काफी आराम से जलअर्पण करने निकल रहे हैं. विशेषकर वाहन से आने वाले कांवरिया बस स्टैंड में वाहनों की पार्किंग कर रात में रुकने के बाद सुबह बाबा मंदिर जलाभिषेक करने के लिए निकल रहे हैं. मंगलवार को भी काफी संख्या में कांवरिये टेंट सिटी में आराम कर रहे थे. यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं, पुलिस सहायता केंद्र के साथ-साथ जिला प्रशासन का सूचना केंद्र भी लगाया गया है.
श्रावणी मेला के पहले दिन डीसी सह मंदिर प्रशासक मंजूनाथ भजंत्री बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचे. उन्होंने मंदिर प्रांगण का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था व विधि-व्यवस्था का जायजा लिया. डीसी ने मंदिर पहुंचते ही सबसे पहले शीघ्रदर्शनम् कूपन लेकर बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण किया. पूजा के बाद मंदिर निरीक्षण के क्रम में विधि व्यवस्था, श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की किए जाने वाले कार्यों पर विस्तृत चर्चा करते हुए अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को पंडा व पुरोहित समाज से बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए श्रद्धालुओं को कतारबद्ध व सुरक्षित जलार्पण कराने की बात कही. साथ ही बाबा मंदिर के वीआइपी गेट पर किसी भी सूरत में वाहनों की पार्किंग नहीं हो, इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
उन्होंने बाबा मंदिर परिसर स्थित ट्रामा सेंटर व बाबा मंदिर उपस्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधा को लेकर किये गए इंतजामों व दवा की उपलब्धता, चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति आदि की वस्तुस्थिति से अवगत हुए. साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सहयोग के लिए बाबा मंदिर प्रांगण में प्रतिनियुक्त एनडीआरएफ के जवानों को दिशा-निर्देश दिये. निरीक्षक के क्रम में भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए छोटे से छोटे कार्यों पर ध्यान देने, सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने, मंदिर में पॉलिथीन व थर्माेकॉल की जगह दोना पत्तल, मिट्टी, बांस की डलिया का उपयोग करने के अलावा अतिक्रमण मुक्त बनाये रखने का निर्देश दिया. शीघ्रदर्शनम क्यू के लिए नाथबाड़ी का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर किये गए कार्यों की वस्तुस्थिति से अवगत हुए. मौके पर मंदिर सहायक प्रभारी सुनील कुमार, प्रकाश मिश्रा, मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त समेत अन्य उपस्थित थे.