भुवनेश्वर से अरविन्द मिश्र और संजीत कुमार की रिपोर्ट
FIH Hockey World Cup 2023: भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में जर्मनी और बेल्जियम के बीच हॉकी विश्व कप 2023 का फाइनल मुकाबला खेला गया, जिसमें जर्मनी की टीम शूटआउट में 5-4 से जीत दर्ज कर तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी. रोमांचक फाइनल मुकाबले में निर्धारित समय के बाद दोनों टीमें 3-3 की बराबर थी, लेकिन इसके बाद जर्मनी की टीम ने खचाखच भरे कलिंग स्टेडियम में सडन डेथ में 5-4 से जीत दर्ज की.
रविवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में बेल्जियम की टीम ने पहले क्वार्टर में शानदार 2-0 की बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन दूसरे क्वार्टर में जर्मनी की टीम ने शानदार वापसी करते हुए पहला गोल दागा. जबकी तीसरे क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पायी. वहीं चौथे क्वार्टर में मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका था.
जब जर्मनी की टीम दो गोल करने में सफल रही और स्कोर को 3-2 पर पहुंचा दिया है, लेकिन बेल्जियम की टीम आखिरी दो से मिनट में एक गोल करने में सफल रही और इस स्कोर को 3-3 की बराबरी पर पहुंचाया. इस तरह से मुकाबला निर्धारित समय पर 3-3 की बराबरी पर समाप्त हुआ. खिताबी भिड़ंत के लिए शूटआउट रखा गया, जिसमें पहले शूटआउट में दोनों टीम 3-3 की बराबरी पर रही. उसके बाद दूसरे शूटआउट में चैंपियन टीम का फैसला हो पाया, जिसमें जर्मनी की टीम लगातार दो गोल कर बेल्जियम को 5-4 से हराकर वर्ल्ड चैंपियन बना.
Also Read: Hockey World Cup 2023: जर्मनी तीसरी बार बना वर्ल्ड चैंपियन, पूर्व विजेता बेल्जियम को रोमांचक मुकाबले में हरायाखास बात यह रही की भारतीय दर्शक इस मुकाबले का जमकर आनंद उठा रहे थे. कलिंगा स्टेडियम जिसकी क्षमता 15,000 दर्शकों की है, पर एक भी सीट फाइनल मुकाबले के दौरान खाली नहीं थी. खचाखच भरे इस स्टेडियम में जर्मनी और बेल्जियम के बीच मुकाबला खेला गया. भारतीय दर्शकों के चेहरे पर कहीं से भी निराशा नहीं झलक रही थी कि टीम इंडिया फाइनल मुकाबले में नहीं पहुंच पाई.
भारतीय दर्शक जर्मनी और बेल्जियम के हर एक गोल पर जमकर जश्न मना रहे थे कुछ दर्शक जर्मनी के भी समर्थन में थे तो वो कुछ दर्शक बेल्जियम के समर्थम में दिखे. कहीं से भी यह नहीं लग रहा था कि मुकाबला भारत में खेला जा रहा है क्योंकि दर्शक दोनों ही टीमों को सपोर्ट कर रहे थे. फाइनल मुकाबले में दर्शकों का रोमांच चरम पर था और मुकाबला बेहद दिलचस्प हो रहा था.
आखिरी कुछ क्षणों में मुकाबला सांसे रोक देने वाली थी. चौथे क्वार्टर के अंतिम 2 मिनट में जिस तरह से बेल्जियम की टीम ने एक गोल दागकर स्कोर को बराबरी पर पहुंचाया. पूरा स्टेडियम बेल्जियम और जर्मनी के जयकारे से गूंज उठा. कलिंगा स्टेडियम को दुल्हन की तरह फाइनल मुकाबले के लिए सजाया गया था. काफी लंबे चौड़े स्टेडियम में फाइनल मुकाबले को लेकर काफी बेहतर व्यवस्था की गयी थी.