YouTube: वीडियो शेयर करने की सुविधा देने वाला प्लैटफॉर्म यूट्यूब (YouTube) ने कहा कि प्रौद्योगिकी विकसित होने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित डिवाइसेज के आने के साथ प्लैटफॉर्म्स और समाज के लिए गलत सूचनाओं पर अंकुश लगाना महत्वपूर्ण है. उसने यह भी कहा कि यूजर्स को गुमराह करने और वास्तविक दुनिया को नुकसान पहुंचाने के इरादे से तकनीकी गड़बड़ी कर पेश सामग्री के खिलाफ वह त्वरित कार्रवाई करेगी.
भारत में यूट्यूब के डायरेक्टर इशान जॉन चटर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यूट्यूब के पास बेहतर सामुदायिक दिशानिर्देश है, जो यह निर्धारित करता है कि प्लैटफॉर्म पर किस प्रकार की सामग्री की अनुमति है. एआई आने के साथ यूट्यूब पर उपलब्ध सामाग्री से छेड़छाड़ के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, ‘‘तकनीक डेवलप होने के साथ सामग्री में छेड़छाड़ न केवल यूट्यूब के लिये बल्कि पूरे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है.
इशान जॉन चटर्जी ने कहा, हमारी जो पॉलिसी है, वह हिंसा और ग्राफिक सामग्री जैसी विभिन्न चीजों के अलावा गलत सूचना और सामग्री पर अंकुश लगाने के लिये भी है. हमारे प्लैटफॉर्म पर यूजर्स को गुमराह करने और वास्तविक दुनिया को नुकसान पहुंचाने के लिये तकनीकी रूप से हेरफेर कर लायी गयी सामाग्री की अनुमति नहीं है और अगर ऐसा होता है, हम कार्रवाई करेंगे.
इशान जॉन चटर्जी ने कहा, हम इस प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिये प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकियों को लगातार विकसित कर रहे हैं. चटर्जी ने कहा कि, गलत सूचना पर कार्रवाई प्लैटफॉर्म के लिये महत्वपूर्ण है. हमने इसके लिये महत्वपूर्ण निवेश और प्रगति की है. लेकिन हम जानते हैं कि इस मामले में हमारा काम कभी पूरा नहीं होता, इसलिए हम इस क्षेत्र में लगातार निवेश करते रहेंगे.
यूट्यूब का भारत में स्थानीय संस्करण पेश किये जाने के 15 साल पूरे हो गये हैं. प्लैटफॉर्म ने कहा कि वह रचनात्मक उपाय, कमाई के तरीकों का विस्तार और रचनाकारों को सार्थक तरीकों से दर्शकों के साथ जुड़ने में मदद करना जारी रखेगा. चटर्जी ने कहा, हम यूट्यूब को दीर्घकालिक सफलता के लिये बेहतर मंच बनाने पर ध्यान देते रहेंगे.