PM Kisan Scheme AI Chatbot – भारत सरकार ने पीएम-किसान योजना (PM-Kisan scheme) के लिए एक एआई चैटबॉट (AI chatbot) लॉन्च किया है. यह चैटबॉट फिलहाल अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, उड़िया और तमिल में उपलब्ध है. इसे जल्द ही देश की सभी 22 आधिकारिक भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा.
भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने कृषि क्षेत्र को तकनीक के साथ जोड़ने के लिए बड़ा कदम उठाया है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के लिए एआई चैटबॉट (AI ChatBot) पीएम किसान मित्र (PM Kisan Mitra) लॉन्च हुआ है. एआई चैटबॉट का लॉन्च पीएम-किसान योजना की पहुंच बढ़ाने और किसानों को उनके सवालों का स्पष्ट, सटीक और त्वरित जवाब देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
Also Read: PM Kisan Status Check 2023: पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त आपके खाते में आयेगी या नहीं, ऐसे चेक करें ऑनलाइनसरकार के कृषि मंत्रालय ने अलग-अलग भाषाओं में AI चैटबॉट के माध्यम से किसानों की समस्याओं का समाधान एक ही स्थान पर मोबाइल के जरिये करने की पहल कर उनकी शिकायतों का निपटान करने का एक महत्वपूर्ण काम किया है. यह बड़ा कदम किसानों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लाने वाला है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने पीएम किसान एआई चैटबॉट लॉन्च किया.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुड गवर्नेंस के तहत तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का आह्वान किया है और यह पहल उसमें मील का पत्थर साबित होगी. कृषि राज्य मंत्री ने आगे कहा कि आज कृषि में तकनीक के इस्तेमाल का ही प्रभाव है कि किसान ड्रोन (Drone) के माध्यम से खेती कर रहे हैं, जिसके चलते युवा भी कृषि की ओर आकर्षित हो रहे हैं. इसी के चलते देश में कृषि के क्षेत्र में नये-नये स्टार्टअप (Startup) सामने आ रहे हैं.
Also Read: PM Kisan: किसान सम्मान निधि की हर किस्त मिलेगी आपको, घर बैठे ऐसे कराएं e-KYC और उठाएं योजना का लाभपीएम किसान मोबाइल ऐप (PM Kisan Mobile App) के माध्यम से सुलभ एआई चैटबॉट को भाषिनी (Bhashini) के साथ एकीकृत किया गया है, जो पीएम किसान लाभार्थियों की भाषाई और क्षेत्रीय विविधता को पूरा करते हुए बहुभाषी समर्थन प्रदान करता है. वर्तमान में चैटबॉट अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, उड़िया और तमिल में उपलब्ध है. कुछ ही समय में यह देश की सभी 22 भाषाओं में उपलब्ध होगा. एडवांस टेक्नोलॉजी के इस एकीकरण से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि किसानों को सूचित फैसले लेने में भी सशक्त बनाया जाएगा.
पीएम किसान चैटबॉट को ईकेस्टेप (EKstep) फाउंडेशन और भाषिनी (Bhashini) के सहयोग से विकसित और बेहतर बनाया जा रहा है. यह केंद्र सरकार की प्रमुख फ्लैगशिप योजना के साथ एकीकृत पहला एआई (AI) चैटबॉट है. एआई (AI) चैटबॉट माध्यम से देश भर के किसानों को निर्बाध सहायता और समर्थन प्रदान की जाएगी. योजना की जानकारी तक पहुंचने और शिकायतों को हल करने में किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचानते हुए, कृषि और किसान कल्याण विभाग ने पीएम किसान (PM Kisan) के लिए एआई चैटबॉट पेश करने के लिए एक प्रगतिशील कदम उठाया है.
Also Read: PM Kisan Yojana: खाते में आने वाली है 14वीं किस्त! कहीं लिस्ट से हट तो नहीं गया आपका नाम, ऐसे चेक करें स्टेटसपीएम-किसान शिकायत प्रबंधन प्रणाली में एआई चैटबॉट (AI Chatbot) की शुरुआत का उद्देश्य किसानों को उपयोगकर्ताओं के अनुकूल और सुलभ प्लैटफॉर्म के साथ सशक्त बनाना है. विकास के अपने पहले चरण में, एआई चैटबॉट किसानों को उनके आवेदन की स्थिति, भुगतान विवरण, अपात्रता की स्थिति और अन्य योजना से संबंधित अपडेट की जानकारी प्राप्त करने में सहायता करेगा. मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि एआई चैटबॉट लॉन्च पीएम-किसान योजना की दक्षता और पहुंच बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसकी मदद से देश के किसान अपने प्रश्नों के लिए त्वरित, स्पष्ट और सटीक प्रतिक्रिया प्राप्त कर सकेंगे.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) भारत में भूमि-धारक किसानों की वित्तीय जरूरतों की सहायता करने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है. यह योजना प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) मोड के माध्यम से पात्र किसान परिवारों को तीन समान किस्तों में 6,000 रुपये का वार्षिक वित्तीय लाभ प्रदान करती है. इसकी स्थापना के बाद से अब तक 11 करोड़ से अधिक किसानों को 2.61 लाख करोड़ रुपये वितरित किये जा चुके हैं. इसकी गिनती वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी डीबीटी योजनाओं में से होती है.
Also Read: PM Kisan: किसान सम्मान निधि की हर किस्त मिलेगी आपको, घर बैठे ऐसे कराएं e-KYC और उठाएं योजना का लाभभारत सरकार ने फेस ऑथेंटिकेशन आधारित ई-केवाईसी (e-KYC) की सुविधा वाला एक मोबाइल ऐप भी डेवलप किया है. यह पहला मोबाइल ऐप है, जो सरकार की किसी भी लाभ योजना में फेस ऑथेंटिकेशन आधारित ई-केवाईसी सुविधा का उपयोग करता है. इस मोबाइल ऐप का उपयोग करना बहुत आसान है और यह गूगल प्ले स्टोर पर आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है. ऐप के जरिये अब किसान घर बैठे देश के दूर-दराज के इलाकों में भी बिना किसी ओटीपी या फिंगरप्रिंट के सिर्फ अपना चेहरा स्कैन करके अपना ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं. इसके साथ ही, वे अपने आसपास के 100 अन्य किसानों को भी ई-केवाईसी पूरा करने में सहायता कर सकते हैं.