इस देश में लोग हफ्ते में सिर्फ 29 घंटे करते हैं काम, बाकी समय आराम, यहां जानें कहां है वर्किंग आवर्स सबसे कम
Working Hours: इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने हाल ही में युवाओं को एक हफ्ते में 70 घंटे तक काम करने की नसीहत दी थी, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया. क्या आप जानते हैं कुछ ऐसे भी देश हैं जहां हर सिर्फ 29 घंटे ही लोग काम करते हैं. आइए जानते हैं कौन सा देश है जहां वर्किंग आवर्स कम है.
Working Hours: इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने हाल ही में युवाओं को एक हफ्ते में 70 घंटे तक काम करने की नसीहत दी थी, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया. लोग वर्किंग आवर्स को लेकर ट्वीटर पर सवाल कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ ऐसे ही देश हैं जहां हर सिर्फ 29 घंटे ही लोग काम करते हैं और इसके बदले उन्हें तीन दिन का वीक ऑफ मिलता है. आइए जानते हैं विस्तार से.
कौन सा देश है जहां वर्किंग आवर्स कम है
इस आर्टिकल में हम बात कर रहे हैं उन देशों के बारे में जहां वर्किंग आवर्स कम है. इस लिस्ट में सबसे ऊपर नीदरलैंड (Netherlands) है. जहां लोग केवल हफ्ते में 29 घंटे ही काम करते हैं, और 3 तीन वीक ऑफ पर रहते हैं.
Also Read: PHOTOS: भारत के इस शहर में मिलती है सबसे सस्ती वाइन, दूर-दूर से आते हैं लोग पीने के लिएडेनमार्क
वर्किंग आवर्स की बात हो रही है तो डेनमार्क (Denmark) ऐसा देश है जहां एक हफ्ते में केवल 33 घंटे ही लोग काम करते हैं. यानी कि डेनमार्क में तीन दिन लोग काम करते हैं और बाकि दिन आराम करते हैं. हालांकि यहां पर लोग 4 दिन भी ऑफिस आते हैं. दिलचस्प बात ये है कि डेनमार्क में ऐसा कोई कानून नहीं है कि आप चार दिन ही ऑफिस आएं.
बेल्जियम
भारत में हर Employee कम से कम 240 दिन काम करता है. लेकिन बेल्जियम (Belgium) में अलग नियम है. बेल्जियम में हफ्ते में चार दिन काम करने का नियम है, जिसमें रोजाना 10 घंटे ही काम करना होगा और आपको हफ्ते में तीन दिन की छुट्टी मिल जाएगी.
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