Weather Forecast: इन राज्यों में मानसून की वापसी! होगी झमाझम बारिश, जानें अपने राज्य का मौसम…
अक्टूबर और नवंबर के महीनों को ओडिशा में ‘‘चक्रवात काल’’ माना जाता है, ऐसे में ओडिशा सरकार ने संभावित आपदा से निपटने के लिए तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं. वहीं, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में विदाई से पहले मानसून की वापसी होने वाली है.
खबर है कि अक्टूबर और नवंबर के महीनों को ओडिशा में ‘‘चक्रवात काल’’ माना जाता है, ऐसे में ओडिशा सरकार ने संभावित आपदा से निपटने के लिए तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं.
वहीं, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में विदाई से पहले मानसून की वापसी होने वाली है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और ओडिशा के कुछ हिस्सों के साथ-साथ महाराष्ट्र के कई हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो रही है.
इस दौरान कई इलाकों में बारिश हो सकती है. साथ ही कहा जा रहा है कि यह इस बार के मानसून की आखिरी बारिश हो सकती है.
झारखंड में 7 और 8 अक्टूबर को राज्य के दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है. 9 अक्टूबर को राज्य के उत्तर पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश की संभावना है. विभाग ने कहा है कि 9 अक्टूबर तक राज्य में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.
बिहार में आठ से 10 अक्टूबर के बीच मानसून लौटने का मानक तिथि है. लेकिन इस बार मानसून के 15 अक्टूबर के आस पास वापस लौटने की संभावना है. इस बीच बिहार के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने ठंड के आगमन में थोडा विलंब के आसार बताये हैं. बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रदेश में सामान्य से कम वर्षा हुई. अक्टूबर में भी अधिकांश हिस्सों में वर्षा सामान्य से कम होने की संभावना है.
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून की वापसी हो चुकी है. इसलिए बारिश के तेवर ढीले होते होते अब थम गए हैं. हालांकि चक्रवाती स्थिति और अन्य कारणों से कहीं कहीं छिटपुट बारिश हो सकती है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा लखनऊ, सतना, नागपुर, परभणी, पुणे और अलीबाग से होकर गुजर रही है. अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और ओडिशा के कुछ हिस्सों के साथ-साथ महाराष्ट्र के अधिक हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, 8 अक्टूबर तक एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पहाड़ों को प्रभावित करने की संभावना है. उत्तरी आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और आसपास के क्षेत्रों पर एक परिसंचरण. लक्षद्वीप पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों में मणिपुर से पूर्वी बिहार तक फैली हुई है.