Donald Trump : डोनाल्ड ट्रंप ने मारी बाजी बनेंगे अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति, जानिए ‘असंभव को संभव’ कैसे बनाया

Donald Trump : डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है, जिसके बाद यह तय हो गया है कि वे देश के 47वें राष्ट्रपति बनेंगे. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे इससे पहले वे 2016 में राष्ट्रपति का चुनाव जीते थे. निर्णायक बढ़त के बाद अमेरिकियों को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ड्रंप ने कहा है कि उनकी जीत हर अमेरिकी की जीत है. 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप शुरुआत से इस स्थिति में नजर नहीं आ रहे थे कि वे निर्णायक जीत हासिल कर लेंगे, टक्कर कांटे की थी, लेकिन फिर ट्रंप ने कई दांव खेले

By Rajneesh Anand | November 6, 2024 6:40 PM

Donald Trump : अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव इस बार शुरुआत से ही चौंकाने वाला रहा. मुख्य मुकाबला डेमोक्रेट जो बाइडेन और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के बीच था, लेकिन चुनाव के महज चार महीने पहले जो बाइडेन मैदान से हट गए और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम सामने कर दिया. जो बाइडेन पर पार्टी का दबाव था क्योंकि वे डोनाल्ड ट्रंप से बहस में पिछड़ रहे थे. कमला हैरिस के मैदान में आने से मुकाबला रोचक हो गया, क्योंकि वे बहस के दौरान ट्रंप को जोरदार टक्कर दे रही थी.

कमला हैरिस के प्रति कई वर्गों के लोगों की सहानुभूति थी, एक तो वो महिला है, जिसकी वजह से अमेरिका को एक बार फिर एक महिला राष्ट्रपति मिलने की उम्मीद जागी, दूसरे वह अश्वेत हैं, तो अमेरिका का अश्वेत उनके साथ था और भारतवंशी होने की वजह से उनके साथ भारतीयों की भी सहानुभूति थी. 

डोनाल्ड ट्रंप ने कैसे कमला हैरिस को पछाड़ा

डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को पछाड़ा

डोनाल्ड ट्रंप ने इस चुनाव में लोगों की भावनाओं का खूब फायदा उठाया और एक तरह से उन्हें यह विश्वास दिला दिया कि वे अमेरिकियों के लिए कमला हैरिस से बेहतर राष्ट्रपति साबित होंगे. जो बाइडेन के शासनकाल से आम अमेरिकी नाराज था. कोरोना काल के दौरान जो कुछ हुआ और जिस तरह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को झटका लगा उससे देश में एंटी इनकम्बेंसी नजर आ रही थी. जो बाइडेन को अमेरिका के सबसे कमजोर राष्ट्रपति के रूप में भी देखा जा रहा था और ट्रंप ने इस बात का पूरा फायदा उठाया. बाइडेन द्वारा यूक्रेन और इजरायल को अमेरिकी मदद देने से अमेरिका का आम आदमी नाराज है.

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अश्वेत कमला की जगह ट्रंप पर अमेरिकियों का ज्यादा भरोसा दिखा

कमला हैरिस ब्लैक अमेरिकन हैं और कहीं ना कहीं अमेरिकियों का विश्वास उनपर ट्रंप की अपेक्षा कम दिखा. जनसंख्या की बात करें तो अश्वेतों की संख्या वहां गोरे लोगों से कम है, शायद इसी बात का फायदा ट्रंप को मिला और वे जीत गए.

ट्रंप की चुनावी रणनीति

डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी रणनीति पर काफी काम किया और जब जो बाइडेन की जगह उनके सामने कमला हैरिस आईं, तो उनकी टीम ने पूरी तैयारी कर रखी थी. कमला के उपराष्ट्रपति के रूप में पूरे कार्यकाल का लेखा-जोखा रखा गया और ट्रंप ने हैरिस पर जोरदार हमले किए. अपने भाषणों के दौरान ट्रंप ने अपने आक्रामक अंदाज से खूब वाहवाही बटोरी, जबकि हैरिस जिन्हें समय भी कम मिला था, वे उस तरह का जवाब ट्रंप को नहीं दे पाईं.

भारतीयों को ट्रंप ने अंतिम समय में लुभाया

जेंडी वेस और उनकी भारतीय मूल की पत्नी ऊषा वेंस

अमेरिका में भारतीय मूल के 2.6 मिलियन वोटर हैं, जिन्हें आकर्षित करने के लिए ट्रंप ने दीपावली पर खास मैसेज दिया और यह बताया कि वे हिंदुओं की रक्षा के लिए उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले की निंदा की और कहा कि अगर हिंदुओं पर कहीं भी हमला होता है तो वे उनके साथ हैं. ट्रंप के इस मैसेज का भारतवंशियों पर खास प्रभाव पड़ा जबकि कमला हैरिस ने भारतवंशी होते हुए हिंदुओं को इग्नोर किया. इसके साथ ही ट्रंप ने उपराष्ट्रपति पद के लिए जेंडी वेंस का नाम आगे किया, जिनकी पत्नी भारतीय मूल की ऊषा वेंस हैं.

स्विंग स्टेट पर किया फोकस

डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव में कांटे की टक्कर को देखते हुए स्विंग स्टेट पर विशेष फोकस किया और उसका लाभ उन्हें मिला भी वे 7 में 6 स्विंग स्टेट में आगे हैं. पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, नेवादा, एरिजोना और नॉर्थ कैरोलिना स्विंग स्टेट में आते हैं, जिनका ट्रंप ने शुक्रिया भी अदा किया है और कहा है कि उनका पूरा साथ मिला. स्विंग स्टेट के मूड और मुद्दों को भांपकर ट्रंप ने अपना अभियान चलाया. ट्रंप ने अमेरिकियों को भरोसा दिलाया कि उन्होंने अपने शासनकाल में विश्व में कोई युद्ध नहीं कराया और अमेरिका के नवनिर्माण के बारे में सोचा.

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