गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) अब यूपी को बिहार से भी जोड़ेगा. अभी तक गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से प्रयागराज तक कुल 594 किलोमीटर बनना था. लेकिन अब इसे बिहार तक बढ़ाया जाएगा. प्रयागराज से वाराणसी, गाजीपुर होते हुए बलिया तक कुल 350 किलोमीटर 6 लेन का विस्तार होगा. इसे गंगा एक्सप्रेसवे फेज टू नाम दिया गया है. बिहार तक गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार होने से ये देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे हो जाएगा. जो लगभग 944 किलोमीटर लंबा होगा.
महाकुंभ से पहले प्रयागराज तक शुरू होगा ट्रैफिक
गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इसका निर्माण प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 से पहले पूरा करना है. जिससे इस पर प्रयागराज आने वालों के लिए यातायात को शुरू किया जा सके. मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला गंगा एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा है. इस पर लगभग 36 हजार करोड़ रुपये लागत आ रही है. इसके पूरा होने से मेरठ से प्रयागराज की दूरी 8 घंटे से भी कम समय में पूरी हो सकेगी. अभी लगभग 12 घंटे का समय प्रयागराज पहुंचने में लगता है. पहले चरण का काम पूरा होने के बाद एलाइनमेंट सर्वे के लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा.
तीन एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज में (एनएच-2) बाईपास पर मिलेगा. ये एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज तक पहुंचेगा. 6 लेन के इस एक्सप्रेसवे को 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. पहला चरण पूरा होने के बाद यूपीडा (UPEIDA) ने बलिया तक गंगा एक्सप्रेसवे के फेज टू विस्तार का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है. औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के अनुसार फेज टू में इसे प्रयागराज, मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर होते हुए बलिया के पास बिहार से जोड़ा जाएगा.
एयर स्ट्रिप का भी निर्माण
गंगा एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप का निर्माण भी किया जा रहा है. इस पर एयरफोर्स के लड़ाकू विमान लैंडिंग और टेकऑफ कर सकेंगे. इसके अलावा एक्सप्रेस पर 11 जिलों में औद्योगिक केंद्र स्थापित करने की तैयारी है. गाजीपुर में गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. इससे यूपी व बिहार तो आपस में जुड़ेगा ही, एनसीआर तक बिहार के लोगों की यात्रा सुगम हो जाएगी. इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन, सेमीकंडक्टर इकाइयां और फिल्म निर्माण उद्योग भी एक्सप्रेसवे के किनारे स्थापित किए जाएंगे. आगरा एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी इसे जोड़ा जाएगा. इससे तीन एक्सप्रेसवे एक दूसरे से जुड़ जाएंगे. लिंक एक्सप्रेसवे इटावा के तीन, कन्नौज के दो, मैनपुरी के 29, फर्रुखाबाद के 35, शाहजहांपुर के दो और हरदोई के चार गांवों से होकर गुजरेगा.
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