Israel In Danger:इजरायल खतरे में है. कम से कम ब्रिटेन तो ऐसा ही मान रहा है. इसी डर से ब्रिटेन ने इजरायल स्थित अपने दूतावास के सभी कर्मचारियों के पत्नी-बच्चों को लंदन वापस बुला लिया है. इजरायल पर हमास हमले की बरसी के दिन हिज्बुल्लाह की ओर से इजरायल के तीसरे सबसे बड़े शहर हाइफा पर रॉकेट दागे जाने से ब्रिटेन घबरा गया है. इसी डर से ब्रिटेन ने यह कदम उठाया है. हालांकि ब्रिटेन के दूतावास कर्मचारी अभी इजरायल में बने रहेंगे. हालांकि, दूतावास कर्मचारियों को भी सुरक्षित यातायात के लिए एहतियात बरतने के लिए कहा गया है.
इजरायली अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इजरायल’ के मुताबिक ब्रिटिश नागरिकों के लिए दूतावास की सेवाएं जारी रहेंगी. ब्रिटेन के नागरिकों को भी इजरायल छोड़ने के लिए अभी तक कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है. परंतु, इतना जरूर कहा गया है कि ब्रिटिश नागरिक इजरायल में ज्यादा आवागमन से परहेज बरतें. बहुत जरूरी होने पर ही एहतियात के साथ लंबी दूरी की यात्रा करें. उसमें भी सीमा से लगे इलाकों में तो बिल्कुल ही नहीं जाएं. बहुत जरूरी होने पर काफी सतर्कता बरतते हुए ही लेबनान या गाजा पट्टी की सीमा का रुख करें.
Israel In Danger: आखिर क्यों डर गया है ब्रिटेन
यूनाइटेड किंग्डम या ग्रेट-ब्रिटेन के नाम से जाना जाने वाले ब्रिटेन के साम्राज्य में कभी सूर्य अस्त नहीं होता था. एक राष्ट्र के रूप में इजरायल को बनाने में भी ब्रिटेन की बड़ी भूमिका रही है. आज भी ब्रिटेन इजरायल का बहुत बड़ा सहयोगी है. ऐसे ब्रिटेन का इस कदर डर जाना सामान्य नहीं है. दूतावास कर्मचारियों के पत्नी-बच्चों के लंदन वापस बुलाने का फैसला सामान्य नहीं है. क्योंकि किसी सामान्य खतरे की वजह से ब्रिटेन जैसा देश इस कदर बैकफुट पर नहीं जा सकता है. ऐसे फैसलों के पीछे खुफिया इनपुट या सामरिक विशेषज्ञों की सलाह महत्वपूर्ण होती है.
इजरायल के भारी खतरे में होना ब्रिटेन के भांपने का सबसे बड़ा कारण जो समझ में आ रहा है, वह कई दिन पहले ईरान की ओर से इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर हुआ 180 मिसाइलों का अटैक है. हालांकि, इजरायल का दावा है कि उसने अपनी उच्च तकनीक की बदौलत बहुत कम नुकसान होने दिया. फिर भी यह खतरा आगे भी टल जाएगा, ऐसा नहीं कहा जा सकता है. दूसरा, साल भर से हमास के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने के बाद भी इजरायल हमास को मिटा नहीं पाया है. हमास की ओर से अभी भी इजरायल के खिलाफ हमले किए जा रहे हैं.
Israel In Danger: क्या डर गया है इजरायल? इसलिए ईरान के खिलाफ नहीं कर रहा हमला?
हमास के सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमले के साथ ही अगले दिन से इजरायल ने गाजा पर बमबारी शुरू कर दी. हिज्बुल्लाह के रॉकेट दागने के बाद इजरायल ने जबर्दस्त हवाई बमबारी कर हिज्बुल्लाह सरगना नसरल्लाह तक को मार गिराया. परंतु इजरायल पर ईरान की ओर से मिसाइलों की बारिश के बाद भी इजरायल केवल गीदड़भभकी दे रहा है. कभी तेल ठिकानों और कभी नाभिकीय ठिकानों पर हमले की बात कह रहा है. इजरायल सुप्रीमो बेंजामिन नेतान्याहू की ओर से केवल हाई पावर मीटिंग करने की बात सामने आ रही है. परंतु इजरायल अभी तक इस दिशा में कुछ भी ठोस नहीं कर पाया है. इस कारण इजरायल की जनता में भी आक्रोश है.
हालांकि, पहले भी इजरायल अपनी खुफिया ताकत की बदौलत ईरान में बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इनमें हमास सरगना हानिया और कई सैन्य कमांडरों की हत्या प्रमुख है. परंतु, वर्तमान घटनाक्रम देखने से लग रहा है कि इजरायल ईरान पर सीधे हमला कर युद्ध की स्थिति में जाने से बच रहा है. क्योंकि, ईरान एक बड़ा और ताकतवर देश है. इजरायल के हमले के बाद ईरान भी पलटवार करेगा. हर समय आयरन डोम तकनीक ईरान की मिसाइलों से नुकसान को कम कर दे, यह भी कोई जरूरी नहीं है.
ईरान की ओर से जिस तरह की धमकी इजरायल को दी जा रही है, उससे साफ लग रहा है कि ईरान भी पूरी तैयारी में है और उसने सुरक्षा के एहतियातन उपाय कर लिए हैं. वहीं यह आशंका भी है कि ईरान ने हाल ही में परमाणु परीक्षण भी किए हैं, हालांकि विशेषज्ञ इस पर स्पष्ट नहीं है कि जमीन के अंदर जो झटके महसूस किए गए हैं, वे भूकंप के हैं या परमाणु परीक्षण के. यह सब कुल मिलाकर इजरायल को अपना अगला कदम फूंक-फूंककर उठाने के लिए मंजबूर कर रहा है.
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