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Jharkhand Assembly Election: महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के साथ झारखंड विधानसभा के चुनाव होने के कयास लगाए जा रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा अक्टूबर की जगह एक महीने पहले सितंबर में करनी पड़ेगी. क्योंकि, झारखंड में पांच जनवरी तक नई विधानसभा का गठन कर लेना है. हरियाणा के लिए यह समय-सीमा 03 नवंबर और महाराष्ट्र के लिए 26 नवंबर है.
हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड विधानसभा का चुनाव कराने के लिए सितंबर के दूसरे सप्ताह तक मतदान के तारीखों की घोषणा कर देनी होगी. चुनाव आयोग के पास तय समय-सीमा से छह महीने पहले तक चुनाव कराने का अधिकार प्राप्त है. चुनाव आयोग को झारखंड के मामले में इस अधिकार का उपयोग करने में कोई दिक्कत भी नहीं है.
11 जुलाई को होगा फैसला, कितना तैयार है झारखंड
झारखंड में समय से पहले विधानसभा चुनाव हो पाएगा या नहीं, इसका फैसला 11 जुलाई को होगा. इसका जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग में झारखंड के प्रभारी उप निर्वाचन आपुक्त नितेश व्यास दो दिवसीय झारखंड दौरे पर रांची आ रहे हैं. वे 10 जुलाई को मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रविकुमार और राज्य सरकार के दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा करेंगे.
11 जुलाई को प्रदेश के सभी 24 जिलों के उपायुक्तों से नितेश व्यास रिपोर्ट लेकर आकलन करेंगे कि झारखंड में समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की स्थिति है या नहीं है. दो दिनों की बैठक में आई रिपोर्ट से ही इसका पुख्ता आकलन कर लिया जाएगा. इसके बाद नितेश व्यास के साथ आई चुनाव आयोग की टीम अपनी अनुशंसा दिल्ली पहुंचने के बाद चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारियों को सौंप देगी.
पतरातू डैम पर चुनाव आयोग क्यों करेगा मंथन
चुनाव आयोग के अधिकारियों के झारखंड दौरे की सूचना मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को तीन जुलाई को दी गई है. इसके बाद इस बाई प्रोफाइल बैठक के लिए बड़े परिसर वाले जगह की तलाश शुरू हुई. शादी-विवाह के सीजन के कारण रांची के बड़े परिसर वाले होटल 10-11 जुलाई को पहले से ही बुक पाए गए. आखिरकार रांची शहर से 32 किलोमीटर दूर पतरातू डैम पर जाकर यह तलाश पूरी हुई. अब बांध के किनारे रमणीक स्थल पर बने सरकारी रिसॉर्ट में मंथन कर चुनावी कार्यक्रमों की दिशा तय की जाएगी.
20 अगस्त को होगा मतदाता सूची का प्रकाशन
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 20 अगस्त को कर दिया जाएगा. इस मतदाता सूची में शामिल लोग ही राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कर सकेंगे. इसे अंतिम रूप देने के लिए राज्य के हर मतदान केंद्र पर मतदाता सूची संशोधन की प्रक्रिया चल रही है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रविकुमार राजनीतिक दलों के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक कर इस प्रक्रिया में सहयोग की अपील कर चुके हैं. इस दौरान मतदाता सूची में नए नाम जोड़े जाएंगे और मृत हो चुके लोग या दूसरे स्थान पर जा चुके लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे.
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