Exclusive: झारखंड के तीन लोकसभा क्षेत्रों में काला धन के प्रवाह का डर, चुनाव आयोग ने माना एक्सपेंडिचर सेंसिटिव
loksabha elections 2024: चुनाव आयोग ने झारखंड के 3 लोकसभा क्षेत्रों में काला धन इस्तेमाल होने की पुख्ता सूचना के बाद इसपर कंट्रोल करने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं. इसके लिए विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. .झारखंड में 14 लोकसभा की सीटों के लिए चुनाव चौथे चरण से शुरू होगा. 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को झारखंड में मतदान किया जाएगा. चुनाव से पहले पार्टियां और कार्यकर्ता के पानी की तरह पैसा बहाने पर नकेल कसेगा.
Loksabha elections 2024: झारखंड के तीन लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के दौरान जनता को लुभाने के लिए बड़े पैमाने पर काला धन खर्च किए जा सकते हैं. चुनाव आयोग को इसकी गोपनीय जानकारी मिली है. इस आधार पर सूबे की इन तीन लोकसभा सीटों को व्यय संवेदनशील यानी एक्सपेंडिचर सेंसिटिव घोषित किया गया है. ये लोकसभा सीटें धनबाद, जमशेदपुर और हजारीबाग हैं. चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को इन क्षेत्रों में विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए हैं.
आर्थिक रूप से संवेदनशील चिन्हित किए गए इन तीनों लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव आचार संहिता के पालन को लेकर एहतियात बढ़ा दी गई है. झारखंड के मंत्रिमंडलीय निर्वाचन विभाग को तीनों क्षेत्रों के बारे में हर दिन अलग से विशिष्ट वर्गीकृत सूचना देनी है. धनबाद, जमशेदपुर और हजारीबाग लोकसभा क्षेत्रों के निर्वाची अधिकारियों को भी स्पष्ट तौर पर कुछ खास कदन उठाने के लिए कहा गया है. चुनाव आयोग की हिदायत के आधार पर तीन लोकसभा सीटों के व्यय प्रेक्षक भी खास सावधानी बरत रहे हैं.
निगरानी दस्तों की संख्या बढ़ाई
धनबाद,जमशेदपुर और हजारीबाग के निर्वाची अधिकारियों को धनबल के असर को कम करने के लिए हरसंभव कदम उठाने हेतु कहा गया है. वहीं इससे संबंधित जरूरतों की फेहरिस्त भेजने को भी कहा गया है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. उड़नदस्तों, स्टैटिक सर्विलांस टीम और वीडियो सर्विलांस टीम की संख्या भी वहां बढ़ाई गई है. इनसे मिले इनपुट के आधार पर लगातार दबिश दी जा रही है.
अवैध शराब के कारोबार पर भी निगाह
चुनाव आयोग की निशानदेही के बाद अवैध शराब के कारोबारियों के असर वाले इलाके चिन्हित किए गए हैं. कई इलाकों में तो चुनाव परिणाम तय कराने में पहले भी ऐसे तत्वों की भूमिका के खूब चर्चे रहे हैं. ऐसे तत्वों को जद में लाकर इन्हें कानून के लंबे हाथों के हवाले किया जा रहा है.
किस सीट पर क्यों है डर
धनबाद: कोयलांचल की चुनावी बाजी में कोयला माफिया शह-मात के खेल में दावं लगा सकते हैं.
जमशेदपुर: इस औद्योगिक नगरी में उद्योगपतियों की चुनाव में काफी दिलचस्पी रहती है.
हजारीबागः यहां भी उम्मीदारों के बीच धनबल का खेल हो सकता है.
तीन लोकसभा सीटों को व्यय संवेदनशील चिन्हित किया गया है. यहां से हर दिन स्पेशिफाइड रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. निगरानी कड़ी की गई है. चुनाव को निष्पक्ष और भयमुक्त बनाने के लिए सारे उपाय करने को कहा गया है.
के रवि कुमार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी
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