Exclusive: झारखंड में हर साल बनेंगे 1 हजार एआई एक्सपर्ट, जानिए कहां चल रही है तैयारी

इंडस्ट्री 4.0 उद्योग जगत में हाईटेक उत्पादन की चौथी पीढ़ी के लिए प्रयोग किया जाता है. इसमें रोबोटिक्स, इंटरनेट और ऑटोमेशन की हाईब्रि़ड टेक्नोलॉजी आधारित उत्पादन पर जोर दिया जाता है.

By Vikash Kumar Upadhyay | April 19, 2024 12:46 PM

NIAMT: अगर आप झारखंड के रहने वाले हैं तो Artificial Intelligence(AI) के कारण नौकरी जाने की चिंता नहीं करनी है. यहां हर साल 1 हजार से अधिक एआई एक्सपर्ट बनाने की तैयारी चल रही है. जो आपके लिए नए-नए अवसर पैदा करेगा. इसके लिए रांची स्थित देश के इकलौते नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस मैन्युफैक्चरिंग(NIAMT) में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है. 2025 तक यह काम करने लगेगा. इसके जरिए झारखंड को चौथी पीढ़ी के औद्योगिक उत्पादन यानी इंडस्ट्री 4.0 की ओर छलांग लगाने में मदद मिलेगी.

NIAMT यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग Artificial Intelligence का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के लिए तैयार है. इसके पूरी तरह से फंक्शन में आते ही हर साल एक हजार से अधिक विद्यार्थियों को यहां से एआई एक्सपर्ट की हाईटेक दुनिया का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा. भारत सरकार ने इसके लिए देश के चुनींदा संस्थानों में से NIAMT को भी चुना है. भारत सरकार का इलेक्ट्रोनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट(डीपीआर) तैयार कर रहा है.

इसके बाद य़हां मशीन लर्निंग एवं एआई से संबंधित डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू होगी. प्रभात खबर संवाददाता से बातचीत में एनआईएएमटी के निदेशक पार्था प्रीतम चट्टोपाध्याय ने इसकी पुष्टि की. निदेशक ने बताया कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होते ही हम बच्चों को इंडस्ट्री 4.0 की जरूरी स्किल के लिए भी तैयार करेंगे.

एआई के आने से जॉब नहीं बल्कि नए अवसर पैदा होंगे

पीपी चट्टोपाध्याय कहते हैं कि एआई के आने से कोई जॉब नहीं जाने वाला है, बल्कि इससे और अवसर पैदा होंगे. पहले कम्प्यूटर के आने के समय भी ऐसा ही कहा जा रहा था. लेकिन, कंप्यूटर के आने से जगह-जगह नए ट्रेनिंग सेंटर खुल गए. लोगों को कंप्यूटर की जानकारी दी जाने लगी. कुल मिलाकर जो काम पहले हाथ से होता था, अब वह कंप्यूटर से होने लगा. ठीक उसी प्रकार एआई हमारे लिए एक अवसर बनकर आया है.

एनआईएएमटी के निदेशक Goldman Sachs की एआई से 300 मिलियन नए जॉब पैदा होने की रिपोर्ट पर बताते हैं कि अगर कोई भी तकनीक किसी का जॉब ले लेगा तो उस तकनीक का मार्केट ही नहीं रहेगा. आपको बता दें कि कोई भी जॉब जाने वाला नहीं है, बस जॉब का तरीका बदलेगा. एआई को ठीक से लागू करने की जरूरत है. क्योंकि, ये नई तकनीक खुद में जॉब का बहुत बड़ा सोर्स है. इससे इंडस्ट्री 4.0 के लिए भी कुशल मानव संसाधन तैयार होंगे।

क्या है इंडस्ट्री 4.0

इंडस्ट्री 4.0 उद्योग जगत में हाईटेक उत्पादन की चौथी पीढ़ी के लिए प्रयोग किया जाता है. इसमें रोबोटिक्स, इंटरनेट और ऑटोमेशन की हाईब्रि़ड टेक्नोलॉजी आधारित उत्पादन पर जोर दिया जाता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

AI is the Future, Adopt it earliest.
एआई भविष्य है, इसे जल्द से जल्द अपनाने की जरूरत है.

NIAMT Director Prof. PP Chattopadhyay

Also Read – IIT Placement: जानिए क्या है 3i, जिसकी तलाश में आईआईटी छात्र नहीं पाते प्लेसमेंट

Next Article

Exit mobile version