Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में ये होगा खास, जानें स्नान की महत्वपूर्ण तिथियां
Mahakumbh 2025: महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है. देश में चार जगहों प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में महाकुंभ का आयोजन होता है. हर 3 साल में कुंभ मेला और 6 साल में अर्ध कुंभ का आयोजन किया जाता है. इस बार महाकुंभ प्रयागराज में संगम तट पर 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि तक कुल 45 दिन चलेगा.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. वर्ष 2019 में हुए कुंभ में 25 करोड़ से अधिक स्थानीय व विदेशी श्रद्धालु पहुंचे थे. इस बार ये संख्या इससे काफी अधिक मानी जा रही है. इसलिए तैयारियां भी उसी स्तर पर की जा रही हैं. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन 10 दिसंबर तय की है. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि वर्ष 2019 में कुंभ का सफल आयोजन कर यूपी ने मानक स्थापित किया है. इस बार लोगों की अपेक्षाएं और अधिक हैं. 2019 में मेला क्षेत्र 3200 हेक्टेयर में फैला था. इस बार 4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में इसका विस्तार किया जा रहा है.
गंगा और यमुना का पानी होगा साफ
महाकुंभ 2025 में करोड़ों श्रद्धालुओं के स्नान के लिए गंगा-यमुना में बिजनौर से बलिया तक प्रदूषण मुक्त रखने के लिए जीरो डिस्चार्ज का पालन किया जाएगा. कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी और अयोध्या से प्रयागराज तक के आवागमन को आसान बनाने के लिए स्टील ब्रिज का निर्माण भी 10 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए 7000 से अधिक बसें लगाई जाएंगी. इसें इलेक्ट्रिक बसें भी होंगी. 1.5 लाख से अधिक शौचालय मेला क्षेत्र में स्थापित किए जाएंगे. 10 हजार कर्मचारियों यहां की सफाई व्यवस्था के लिए तैनात होंगे.
एआई टूल से तैयार हो रहा सिक्योरिटी मॉडल
महाकुंभ 2025 में आने-जाने के लिए एयरपोर्ट से मेला क्षेत्र तक वीवीआईपी कॉरिडोर बनाया जाएगा. विशेष स्नान के दिनों में वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी. जिससे आम श्रद्धालुओं को दिक्कतें न हों. सिक्योरिटी मॉडल एआई टूल से तैयार करने के निर्देश दिए हैं. मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तीन पुलिस लाइन, तीन महिला थाना और 10 पुलिस चौकी स्थापित की जाएंगी. कल्पवासी, स्नानार्थी, श्रद्धालु, पर्यटक, सबकी सुरक्षा-सुविधा का ध्यान रखा जाएगा. पुलिस को सभी से सहयोग और अच्छा व्यवहार रखने के निर्देश दिए गए हैं. विशेष स्नान पर्व पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्राउड मैनेजमेंट, फायर सर्विस, हेल्प डेस्क, पार्किंग, सीसीटीवी की व्यवस्था रहेगी. एंटी ड्रोन सिस्टम भी मेला क्षेत्र में लगाया जाएगा. सुरक्षा के लिए नए जीआरपी थाने, चौकसी बढ़ाने के लिए रेलवे-यूपी पुलिस के बीच समन्वय स्थापित पर ध्यान दिया जाएगा. बेहतर प्रबंधन के लिए अखाड़ों, आचार्यों, संतों से भी मार्गदर्शन लिया जाएगा.
‘सर्वसिद्धिप्रदः कुम्भः’ महाकुंभ का ध्येय वाक्य
प्रयागराज महाकुंभ-2025 के लोगो भी जारी किया जा चुका है. महाकुंभ का ध्येय वाक्य सर्वसिद्धिप्रदः कुम्भः (सभी प्रकार की सिद्धि प्रदान करने वाला कुंभ है. इस लोगो में समुद्र मंथन में निकले अमृत कलश को दर्शाया गया है. मंदिर, द्रष्टा, कलश और अक्षयवट के साथ ही हनुमान जी की छवि भी उकेरी गई है. एक साधु द्वारा महाकुंभ के लिए शंखनाद और दो साधुओं को प्रणाम की मुद्रा में दर्शाया गया है. अमृत कलश के मुख को भगवान विष्णु, गर्दन को रुद्र,आधार को ब्रम्हा, बीच के भाग को समस्त देवियों और अंदर के जल को संपूर्ण सागर का प्रतीक माना जाता है. तीनों नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी ‘संगम’को भी इसमें जगह दी गई है.
डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनाएगी योगी सरकार
प्रयागराज में पर्यटन विभाग ‘डिजिटल कुंभ म्यूजियम’ बनाने की तैयारी कर रहा है. वहां श्रद्धालु डिजिटल माध्यमों से समुद्र मंथन देख सकेंगे. इसमें कुंभ, महाकुंभ सहित अन्य धार्मिक-आध्यात्मिक स्थलों की जानकारी भी दी जाएगी. प्रयागराज में शिवालय पार्क के पास अरैल रोड नैनी में डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनेगा. इसके लिए 21.38 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं. संग्रहालय 10 हजार वर्ग मीटर में होगा. इसमें एक साथ 2000 से 2500 लोग घूम सकेंगे. डिजिटल म्यूजियम में समुद्र मंथन की 14 रत्नों वाली गैलरी बनाई जाएगी. डिजिटल स्क्रीन सहित अन्य माध्यमों से प्रयागराज महाकुंभ-कुंभ, हरिद्वार, नासिक, उज्जैन कुंभ के बारे में बताया जाएगा.
‘कुंभ समिट’ से प्रचार-प्रसार
‘कुंभ समिट’ से प्रचार-प्रसार
महाकुंभ-2025 से पहले यूपी के सभी 18 मंडलों में ‘कुंभ समिट’ कराया जा रहा है. 8 अक्टूबर को लखनऊ से इसकी शुरुआत हो चुकी है. 11-12 अक्टूबर को झांसी मंडल का समिट बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में हो चुका है. ये आयोजन 14 दिसंबर तक चलेगा
ये हैं कुंभ समिट की तिथियां
- 14-15 अक्टूबर को वाराणसी मंडल में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- 17-18 अक्टूबर को चित्रकूट मंडल में कुंभ समिट श्रीरामभद्राचार्य विश्वविद्यालय में होगा
- 21-22 अक्टूबर को कानपुर मंडल में छत्रपति साहू जी महाराज विश्विद्यालय
- 24-25 को अयोध्या मंडल में यह समिट राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय
- 05 व 06 नवंबर को मेरठ के स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय
- 08-09 नवंबर को अलीगढ़ के मंगलायतन विश्वविद्यालय 11-12 नवंबर को आगरा के दयालबाग इंस्टीट्यूट
- 14-15 नवंबर को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय 18-19 नवंबर को आजमगढ़ मंडल के दुर्गा जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय
- 21-22 नवंबर को मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर मंडल 25-26 नवंबर को तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय मुरादाबाद 28-29 नवंबर को बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय
- 02-03 दिसंबर को मीरजापुर मंडल का कुंभ समिट राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सोनभद्र
- 05-06 दिसंबर को देवीपाटन मंडल का आदिशक्ति मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल
- 09-10 दिसंबर को बस्ती मंडल का कुंभ समिट संत कबीर अकादमी मगहर संतकबीर नगर
- 13-14 दिसंबर को प्रयागराज के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में कुंभ समिट होगा
कब-कब हैं मुख्य स्नान पर्व
हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन होता है. देश में चार जगहों प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में महाकुंभ का आयोजन होता है. हर 3 साल में कुंभ मेला और 6 साल में अर्ध कुंभ का आयोजन होता है. इस बार महाकुंभ प्रयागराज में संगम तट पर 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि तक चलेगा. मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा, महाशिवरात्रि को विशेष स्नान पर्व होगा.
ये हैं प्रमुख स्नान तिथियां
- 14 जनवरी मकर संक्रांति
- 29 जनवरी मौनी अमावस्या
- 03 फरवरी बसंत पंचमी
- 12 फरवरी माघ पूर्णिमा
- 13 फरवरी पौष पूर्णिमा
- 26 फरवरी महाशिवरात्रि
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