New Findings in Tirupati: ईसाई बनते रहे तिरुपति मंदिर के प्रमुख ? क्यों गहरा रही आशंका?
सुब्बा रेड्डी और करुणाकर रेड्डी को लेकर जानिए क्यों उठ रहे हैं सवाल
New Findings in Tirupati: आंध्रप्रदेश में तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाने का विवाद सामने आने के बाद लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब यह बात भी सामने आ रही है कि जगन मोहन रेड्डी के मुख्यमंत्री रहते तिरुपति मंदिर बोर्ड का चेयरमैन ईसाई धर्मावलंबियों को बनाया जाता था. यह आरोप खुद आंध्रप्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने लगाया है.
पवन कल्याण ने कम से कम तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के दो चेयरमैन के ईसाई होने की आशंका जाहिर की है. ये दोनों पूर्व चेयरमैन वाई वी सुब्बा करुणाकर रेड्डी और भूमना करुणाकर रेड्डी हैं.
पवन कल्याण ने यह भी आरोप लगाया है कि ये दोनों पूर्व चेयरमैन ईसाई होने के कारण जानबूझकर तिरुपति मंदिर की पवित्रता को धूमिल कर रहे थे. सुब्बा रेड्डी और करुणाकर रेड्डी पर ईसाई होने की आशंका इसलिए भी गहरा रही है, क्योंकि ये दोनों जगन मोहन रेड्डी के दूर के रिश्तेदार हैं. जगन मोहन रेड्डी ईसाई धर्म के मानने वाले हैं. पवन कल्याण के आरोपों का दोनों पूर्व चेयरमैन ने भी अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.
New Findings in Tirupati: मंदिर के पूर्व पुजारी का बयान भी चौंकाने वाला
तिरुपति मंदिर के पूर्व पुजारी रमण दीक्षितुलु का बयान भी चौंकाने वाला हैं. उन्होंने कहा है कि लड्डू की घी में मिलावट की बात को वे बोर्ड अधिकारियों के सामने पहले कई बार उठा चुके हैं. परंतु किसी ने ध्यान नहीं दिया.
जगनमोहन रेड्डी की मां का एक तेलुगू चैनल को दिया गया साक्षात्कार इन दिनों बेहद चर्चा में है. छह साल पहले की इस बातचीत में वे कहती हुई पाई जा रही हैं कि हम कट्टर ईसाई परिवार से हैं.
हमलोग केवल राजनीति करने के लिए ही मंदिरों में जाते हैं. जगन मोहन रेड्डी के पिता वाई राजशेखऱ रेड्डी पर तिरुपति मंदिर को दूषित करने के आरोप लगाए जाते थे. उनके कार्यकाल में तिरुपति मंदिर परिसर में क्रॉस की आकृति वाले स्तंभ लगाए गए. इसी तरह तिरुपति देवस्थानम बोर्ड की ओर से संचालित विश्वविद्यालय का कुलपति एक ईसाई महिला को बना दिया गया. इसे लेकर भी काफी विवाद उठे थे.
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