THAAD Missile: अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘थाड’ ऐसे करेगा इजरायल की रक्षा

THAAD Missile: ईरान ने हाल ही इजरायल पर 200 मिसाइलों से हमला किया किया था. इसके बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति ने इजरायल की रक्षा के लिए अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम थाड (THAAD) को देने की घोषणा की थी. जिससे उसकी सुरक्षा अभेद्य हो सके. इजरायल के पास पहले से ही आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. जिसे ईरान की मिसाइलें चकमा दे जा रही हैं.

By Amit Yadav | October 17, 2024 5:51 PM

THAAD Missile: ब्रह्मास्त्र ब्रह्मा जी का संहारक दिव्यास्त्र था. इस दिव्यास्त्र की कोई काट नहीं थी. इसका उल्लेख राम-रावण के युद्ध से लेकर महाभारत तक में है. इस दिव्यास्त्र का इन युद्धों में इस्तेमाल भी हुआ था. लेकिन इन दिनों चर्चा है अमेरिकी ब्रह्मास्त्र ‘थाड’ की. जिसे अमेरिका अपने मित्र देश इजरायल को दे रहा है. जिससे वो ईरान के संभावित बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से बच सके. लेकिन ये थाड इजरायल को मिसाइल हमलों से कैसे बचाएगा? क्या ये इजरायल के ‘आयरन डोम’ मिसाइल डिफेंस सिस्टम से ज्यादा बेहतर है? इसे क्यों अमेरिका का ब्रह्मास्त्र कहा जा रहा है? आइए जानते हैं.

बैलिस्टिक मिसाइल को हवा में करता है नष्ट

अमेरिका इजरायल में अपना मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात करेगा. इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को ‘थाड’ कहा जाता है. ‘थाड’ का पूरा नाम टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) बैटरी सिस्टम है. इजरायल और ईरान के बीच चल रहे तनाव के बीच अमेरिका के थाड की चर्चा जोरों पर है. इसे ही अमेरिका का ब्रह्मास्त्र भी कहा जा रहा है. थाड (THAAD) को बैलिस्टिक मिसाइल के हमले की रक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसका लांचर हिट-टू-किल इंटरसेप्टर तकनीक पर कार्य करता है. थाड की एक बैटरी में छह ट्रक माउंटेड लांचर, 48 इंटरसेप्टर, रेडियो और रडार प्रणाली होती है. इसके संचालन के लिए 100 सैनिकों की जरूरत होती है.

ऐसे काम करता है ‘THAAD’

थाड (THAAD) सिस्टम किसी बैलिस्टिक मिसाइल को उसकी उड़ान के अंतिम चरण में रोककर नष्ट करता है. चाहे वो पृथ्वी के वायुमंडल के अंदर हो या उसके ठीक बाहर हो. इसे आसान भाषा में समझें तो जब दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइल लक्ष्य के करीब होती है तब थाड सिस्टम उसे नष्ट कर देता है. ये छोटी, मध्यम और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के हमले को नाकाम बनाता है. खास बात ये है कि इसमें किसी तरह का विस्फोटक इस्तेमाल नहीं किया जाता है. ये अपनी स्पीड के फोर्स से मिसाइल को नष्ट करता है. इस सिस्टम में इतने पॉवरफुल रडार होते हैं कि वो मिसाइल को तीन हजार किलोमीटर दूर होने पर भी इंटरसेप्ट कर लेता है.

ये भी पढ़ें: Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में ये होगा खास, जानें स्नान की महत्वपूर्ण तिथियां

ये हैं ‘थाड’ के मुख्य हिस्से

  • लॉन्च व्हीकल-मोबाइल ट्रक, जिस पर थाड को लाया जाता है
  • रडार- इससे दुश्मन की मिसाइल की पहचान होती है
  • इंटरसेप्टर-ये मिसाइल से टकराकर उसे हवा में नष्ट करता है
  • फायर कंट्रोल सिस्टम- इससे इंटरसेप्टर की लॉन्चिंग और लक्ष्य को कंट्रोल किया जाता है

ये भी पढें: Predator Drones: ऐसा क्या खास है प्रीडेटर ड्रोन में जिसे खरीद रहा है भारत

ये भी पढ़ें: महाकुंभ 2025 में वैष्णव अखाड़ों का शाही स्नान होगा अलौकिक

Next Article

Exit mobile version