Web Series IC 814 Fact or Conspiracy : कंधार विमान हाईजैक की कहानी पर क्यों बरपा है हंगामा
कंधार विमान अपहरण कांड की कहानी में केवल मनोरंजन के लिए बदलाव है या है कोई साजिश
Web Series IC 814 Fact or Conspiracy : फिल्म इंडस्ट्रीज के मकसद के बारे में कहा जाता है-इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट और इंटरटेनमेंट. पर गाहे-बगाहे ऐसी फिल्में और वेब सीरीज भी बनती रहती हैं, जिन पर हंगामा मचता है. कई बार यह पब्लिसिटी स्टंट होता है, तो कई बार उसकी कहानी को देखने के नजरिये से भी भावनाएं आहत होती हैं. हाल ही में आई वेब सीरीज आईसी-814 के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है.
अनुभव सिन्हा की यह वेब सीरीज कंधार विमान अपहरण कांड पर है. इस वेब सीरीज पर कथित रूप से इस्लामी आतंकवाद के कुकृत्य को छिपाने की साजिश के आरोप लग रहे हैं. वहीं आईएसआई के घिनौने चेहरे को भी ढंकने की कोशिश करने के आरोप विरोधी लगा रहे है.
ये तर्क भी दिए जा रहे हैं कि जान बूझकर सही कहानी को तोड़ा-मरोड़ा गया है. आशंका जताई जा रही है कि ऐसा केवल मनोरंजन के इरादे से नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी साजिश है.
Web Series IC 814 Fact or Conspiracy :मुस्लिम आतंकियों के नाम बता दिए भोला और शंकर?
वेब सीरीज आईसी-814 के खिलाफ सोशल मीडिया पर बयानों की बाढ़ आई हुई है. इसके आलोचकों खासकर हिंदुत्ववादी पक्ष के लोगों का कहना है कि इसमें विमान अपहरण करने वाले आतंकियों को यात्रियों के साथ अंत्याक्षरी खेलते हुए दिखाया गया है.
यहां तक कि मुस्लिम आतंकियों के नाम भी भोला और शंकर बता दिए हैं. कई तो यहां तक कह रहे हैं कि अगर ऐसी फिल्मों और वेब सीरीज का विरोध नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में ऐसी भी कहानी फिल्माई जाएगी कि विमान का अपहरण कर कंधार नहीं बल्कि अयोध्या में उतारा गया.
कई टिप्पणी में तो यह आशंका भी जताई गई है कि आगे यह भी फिल्म बने कि विमान का अपहरण इस्लामी आतंकवादियों ने नहीं बल्कि आरएसएस और बजरंग दल के लोगों ने किया था.
Web Series IC 814 Fact or Conspiracy :मुस्लिम आतंकियों के हिन्दू नाम के पीछे का क्या है खेल
वेब सीरीज आईसी-814 में कंधार विमान अपहरण कांड के दोषी मुस्लिम आतंकियों के हिन्दू नाम रखने की सफाई देने वालों की भी कमी नहीं है. कई जगह यह भी दावा किया गया है कि दरअसल शंकर और भोला वास्तव में दो आतंकियों के कोड नेम थे. इसलिए उन्हें इन्हीं नामों से वेब सीरीज में पुकारते हुए दिखाया गया है.
बाकी तीन आतंकियों के कोड नेम चीफ, डॉक्टर और बर्गर थे. इन आतंकियों के असली नाम सनी अहमद काजी, शाकिर, मिस्त्री जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर सैयद और इब्राहिम अतहर थे. इसके पीछे छह जनवरी, 2000 को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान का हवाला दिया जा रहा है.
वहीं पत्रकार और लेखक नीलेश मिश्रा की कंधार विमान अपहरण कांड पर लिखी किताब ‘173 hours in captivity’ से भी पुष्टि होने की बात कही जा रही है.
Web Series IC 814 Fact or Conspiracy :आतंकियों को छोड़ने पर विमान हुआ था मुक्त
वेब सीरीज आईसी-814 साल 2000 में हुए इंडियन एयरलाइंस के उस विमान के अपहरण की कहानी पर केंद्रित है जो काठमांडू से उड़कर दिल्ली के लिए रवाना हुआ. लेकिन इसी बीच अपहर्ताओं ने हथियार की नोक पर विमान को हाईजैक कर लिया और उसे तालिबान प्रशासित अफगानिस्तान के कंधार ले गए.
अपहर्ताओं की मांग पर भारत की जेलों में बंद कुछ आतंकियों को छोड़ने के बाद ही विमान को यात्रियों समेत मुक्त किया गया. वेब सीरीज अपहृत विमान के उस समय कैप्टन रहे देवी शरण और श्रींजय चौधऱी की किताब ‘फ्लाइट इनटू फीयर’ पर आधारित है.
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