Women Violence : जानिए महिलाओं पर हिंसा के मामले में देश का कौन सा राज्य है सबसे ऊपर
देश का एक भी कोना ऐसा नहीं है, जहां महिलाओं के साथ क्रूरता नहीं होती है. पर कई राज्यों के आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं. जानिए महिलाओं पर हिंसा व क्रूरता को लेकर कुछ राज्यों की स्थिति के बारे में...
Women Violence : देश के विभिन्न कोनों से स्त्रियों के साथ होने वाली हिंसा के लगातार सामने आते समाचार ने सबको झकझोर कर रख दिया है. कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बहस छेड़ दी है कि आखिर कब दरिंदगी पर लगाम लगेगी और महिलाएं बिना किसी भय के जीवन जी सकेंगी. इसी बहस के बीच जानते हैं महिलाओं से जुड़े अपराध की फेहरिस्त में राज्यों की क्या है स्थिति.
महिलाओं के विरुद्ध अपराध में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर
राज्यवार यदि देखा जाए, तो महिलाओं के विरुद्ध अपराध में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है. वर्ष 2022 में इस राज्य में महिलाओं के विरुद्ध अपराध के 65,743 मामले दर्ज किये गये, जबकि 2021 में यह संख्या 56,083 थी. महिलाओं के लिए महाराष्ट्र में भी हालात बहुत अच्छे नहीं है. यहां 2022 में 45,331 मामले दर्ज हुए महिलाओं पर हिंसा के. इस सूची में 45,058 मामलों के साथ राजस्थान तीसरे पायदान पर है.
हिंसा में अग्रणी पांच राज्यों का वर्षवार तुलनात्मक अध्ययन
वर्ष
राज्य 2018 2019 2020 2021 2022
उत्तर प्रदेश 59445 59853 49385 56083 65743
महाराष्ट्र 35497 37144 31954 39526 45331
राजस्थान 27866 41550 34535 40738 45058
प बंगाल 30394 29859 36459 35884 34738
मध्य प्रदेश 28942 27560 25640 30673 32765
स्रोत : वेबसाइट संसद डॉट इन
बिहार-झारखंड की स्थिति का आकलन
महिलाओं पर हो रही हिंसा के मामले में बिहार, झारखंड भी पीछे नहीं है.
- वेबसाइट संसद डॉट इन के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में बिहार में महिलाओं के प्रति हिंसा के 20,222 मामले दर्ज किये गये, जबकि 2021 में यह संख्या 17,950 और 2020 में 15,359 थी.
- झारखंड में महिलाओं के प्रति हिंसा के मामले में बीते वर्ष की तुलना में कमी आयी है. वर्ष 2021 में जहां इस राज्य में अपराध के 8,110 मामले दर्ज हुए थे, वह घटकर 2022 में 7,678 पर आ गये.
- वर्ष 2021 में जहां पश्चिम बंगाल में अपराध के 35,884 मामले दर्ज किये गये थे, उसमें 34,738 मामलों के साथ 2022 में थोड़ी कमी देखी गयी.
- असम में 2022 में हिंसा के 14,148 मामले दर्ज हुए, जो 2021 (29,046) की तुलना में 50 प्रतिशत कम है.
- ओडिशा में भी 2021 (31,252 मामले) की तुलना में 2022 (23,648 मामले) में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में कमी आयी है.