केदारनाथ सिंह को श्रद्धांजलि : क्योंकि जाना हिंदी की सबसे खौफनाक क्रिया है…
हिंदी की समकालीन कविता और आलोचना के सशक्त हस्ताक्षर केदारनाथ सिंह नहीं रहे. कल रात उनका निधन हो गया आज दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार होना है. केदारनाथ सिंह हिंदी कविता में नये बिंबों के प्रयोग के लिए जाने जाते हैं. साल 2013 में केदारनाथ सिंह की सेवाओं के लिए उन्हें साहित्य के सबसे बड़े […]
हिंदी की समकालीन कविता और आलोचना के सशक्त हस्ताक्षर केदारनाथ सिंह नहीं रहे. कल रात उनका निधन हो गया आज दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार होना है. केदारनाथ सिंह हिंदी कविता में नये बिंबों के प्रयोग के लिए जाने जाते हैं. साल 2013 में केदारनाथ सिंह की सेवाओं के लिए उन्हें साहित्य के सबसे बड़े सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. केदारनाथ सिंह के जाने से साहित्य जगत में शोक है, शून्यता है. सोशल मीडिया उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला थम नहीं रहा है. पढ़ें कुछ चुनिंदा लोगों ने इस मौके पर किस तरह केदारनाथ सिंह को याद किया और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी:-
गीत चतुर्वेदी ने उनकी एक कविता फेसबुक पर पोस्ट करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
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