मलयालम की नामचीन लेखिका अशिता का निधन
त्रिशूर : मलयालम की नामचीन लेखिका अशिता का आज यहां बुधवार तड़के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें अपनी मर्मस्पर्शी कहानियों और कविताओं के माध्यम से महिलाओं की पीड़ा और भावनाओं के चित्रण के लिए जाना जाता है. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ सालों से 63 वर्षीय अशिता कैंसर से जूझ […]
त्रिशूर : मलयालम की नामचीन लेखिका अशिता का आज यहां बुधवार तड़के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें अपनी मर्मस्पर्शी कहानियों और कविताओं के माध्यम से महिलाओं की पीड़ा और भावनाओं के चित्रण के लिए जाना जाता है. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ सालों से 63 वर्षीय अशिता कैंसर से जूझ रही थीं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद मंगलवार की सुबह लेखिका को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली.
अशिता का जन्म त्रिशूर में पांच अप्रैल 1956 में हुआ था. उन्होंने अपनी अलहदा लेखन शैली और कहानियों के लिए विषयों के चयन के जरिये मलयालम की महिला लेखिकाओं में अपनी अलग जगह बना ली. लेखिका ने 20 से अधिक किताबें लिखी थीं. लघुकथा लेखन के अलावा उन्हें कविता, बाल साहित्य और अनुवाद के लिए भी जाना जाता है.
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने अशिता के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने लैंगिक न्याय के लिए कहानियों और अपनी रचनात्मकता का इस्तेमाल किया. विजयन ने कहा कि अपनी कहानियों के जरिये महिलाओं के खिलाफ होने वाले हमलों का उन्होंने प्रतिरोध किया. उनका निधन मलयालम साहित्य के लिए बड़ी अपूरणीय क्षति है.