श्रद्धांजलि : वाजपेयी एक राजनेता, जिसने अपने हृदय में कवि मन को जीवित रखा, पढ़ें उनकी चंद कविताएं
आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है. इस मौके पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है. वे एक ऐसे राजनेता हुए जो विरोधियों के भी प्रिय थे. वे ना सिर्फ एक शानदार राजनेता थे, बल्कि उन्होंने अपने हृदय में एक कवि को भी छिपा रखा था. उनकी कविताएं इस बात का […]
आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है. इस मौके पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है. वे एक ऐसे राजनेता हुए जो विरोधियों के भी प्रिय थे. वे ना सिर्फ एक शानदार राजनेता थे, बल्कि उन्होंने अपने हृदय में एक कवि को भी छिपा रखा था. उनकी कविताएं इस बात का प्रमाण हैं कि उन्होंने अपने अंदर कोमल भावनाओं को कभी मरने नहीं दिया. उनकी कविताएं आज युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो गयीं हैं. वे ना सिर्फ एक अद्भुत वक्ता थे, बल्कि उनका कविता पाठ भी अनोखा होता था. आज उनकी पुण्यतिथि पर सुनें उनकी कुछ हृदय को स्पर्श करने वाली कविताएं :-
लौट के आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ …
ऐसा था देश के प्रिय अटल जी का विराट व्यक्तित्व।
युगपुरुष, युगदृष्टा व सुशासन के अमर प्रतीक भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/DQQ8FQBL7I
— BJP (@BJP4India) August 16, 2019