नयी दिल्ली : प्रख्यात लेखिका सुधा मूर्ति की नयी पुस्तक ‘‘द डॉटर फ्रॉम ए विशिंग ट्री : अनयूशुअल टेल्स अबाउट वुमन इन माइथोलॉजी” में पौराणिक भारत की महिलाओं की अनकही कहानियां बयां की गयी है. यह पुस्तक उनकी ‘पौराणिक कथा’ शृंखला में नयी है. इसका प्रकाशन पफिन ने किया है. पुस्तक में शक्ति और भामति के नाम और पहचान का उल्लेख किया गया है जिनका नाम भारतीय पौराणिक कथाओं के पन्नों से भी लगभग गायब हो गया है.
यह तीन किताबों की शृंखला द सरपेंट्स रिवेंज : अनयूशुअल टेल्स फ्रॉम महाभारत, द मैन फ्रॉम द एग :अनयूशुअल टेल्स अबाउट ट्रिनिटी और द अपसाइड-डाउन किंग: अनयूशुअल टेल्स अबाउट राम ऐंड कृष्ण के बाद प्रकाशित की गयी है. पुस्तक में जादुई घटनाओं का भी उल्लेख है, जिसमें मृत व्यक्ति जिंदा हो जाता है और जहां पर इच्छाओं की पूर्ति करने वाला पेड़ उपहार के रूप में बेटियां देता है. इसमें उन कौतुहल पैदा करने वाले सवालों के जवाब भी हैं, जैसे कि भगवान जब असहाय हो जाते हैं तो वे मदद के लिए किसकी ओर देखते हैं.
पद्म श्री से नवाजी गई मूर्ति के मुताबिक इतिहास और पौराणिक काल में सहज महिलाओं की कहानियां भरी हैं, जिन्होंने परिवार और कुल का भविष्य तय करने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, ‘‘वे अधिक शिक्षित नहीं थी लेकिन उनकी परिपक्वता, साहस और प्रियजनों के लिए समर्पण अनुकरणीय हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘पुस्तक में इस तरह की महिलाओं की असमान्य कहानियां हैं और मैं आशा करती हूं कि यह आपको इस बात की यकीन दिलाएगा कि ऐसी महिलाएं अतीत में ही नहीं, बल्कि आज भी हमारे आसपास मौजूद हैं.”